Jabalpur में विज्ञान लोक का नज़ारा,विभिन्न मॉडल्स बने जनाकर्षण

विज्ञान मेले का आयोजन महाकोशल विज्ञान परिषद और विज्ञान भारती द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। जिसमे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की प्रगति और नवाचारों को मॉडल, ऑडियो विजुअल माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।

Nov 18, 2024 - 12:32
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Jabalpur में विज्ञान लोक का नज़ारा,विभिन्न मॉडल्स बने जनाकर्षण
4 day Mahakoshal Science Fair organized in Jabalpur

संस्कारधानी के विटरनरी ग्राउंड आयोजित में 4 दिवसीय महाकोशल विज्ञान मेले में ऐसा लग रहा है की मानो विज्ञान लोक जबलपुर में ही उतर आया। विज्ञान मेला में पहुंचे जिज्ञासुओं ने मिसाइल सेटेलाइट (Satellite) की तकनीकी दुनिया को करीब से जाना। बारूदी सुरंगों से देश के जंबाजों को सुरक्षा देने वाला माइन प्रोटेक्ट वीकल (Mine protection vehicle) को साक्षात देखकर लोग जय विज्ञान और जय वैज्ञानिक कहने से खुद को रोक नहीं सके।

डीआरडीओ ने पेश किये सेटेलाइट मॉडल्स 

डीआरडीओ (DRDO) रक्षा मंत्रालय द्वारा अब तक प्रक्षेपित किए गए सेटेलाइट के मॉडलों को प्रदर्शनी में रखा गया है। इससे किस तरह मौसम की भविष्यवाणी,समुद्र की हलचल सहित अंतरिक्ष में खोज की जानकारी पाकर युवा और बच्चे सहित आम आदमी भी अचंभित है। आर्मी के लिए तैयार मोबाइल ऑटोनॉमस लांचर ने भी लोगों को आर्कषित किया। जिसमें एक साथ तीन मिसाइल रखकर दागी जा सकती है।

इसरो ने पेश की पीएसएलवी की श्रृंखला

मेले में इसरो द्वारा सेटेलाइट को अंतरिक्ष में ले जाने वाले पीएसएलवी (PSLV) के मॉडल को प्रदर्शित किया है। देश ने वर्ष 2017 में रिकॉर्ड सैटेलाइट अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर कीर्तिमान स्थापित किया था। इसरो (ISRO) ने चंद्रमा पर मानव को भेजने के लिए तैयार किए जा रहे मिशन से जुड़ा मॉडल भी प्रदर्शित किया है।

मेले में ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडल जनाकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यह इसलिए भी खास है कि संस्कारधानी में पले-बढ़े वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुधीर मिश्रा का ब्रह्मोस के विकास में खासा योगदान रहा है। यह भारतीय सशस्त्र बुलों में शामिल की गई है। यह 300 किमी दूर तक के दुश्मन ठिकानों को मिनटों में नेस्तानाबूत कर सकती है।

माइन प्रोटेक्ट वीकल का लाइव प्रदर्शन

व्हीकल फैक्टरी द्वारा निर्मित किए गए माइन प्रोटेक्ट व्हीकल का मेले में लाइव प्रदर्शन किया गया है। वाहन बुलेट प्रूफ होने के साथ ही विस्फोट को झेलने में भी सक्षम है। भारतीय सेना को सुरक्षा देने में कारगार है। 3 टन क्षमता का वाहन हर मौसम में कारगर है। मेले में आईटीडीएम, रादुविवि फार्मेसी विभाग, पॉलीटेक्निक कॉलेज, मौसम विभाग, वेटरनरी कॉलेज आदि द्वारा भी सहभागिता की गई।

विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी

कूरज मिसाइल, पीएसएलवी, जीएसएलवी, माईन प्रोटेक्ट व्हीकल जैसे मॉडल सहित शहरी विकास, सडक निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी से जुडी परियोजनाओं का विभागों द्वारा प्रदर्शन किया गया है।