उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से 50 मजदूर बर्फ में दबे, बचाव कार्य जारी 

उत्तराखंड के चमोली जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है, जिसमें एक ग्लेशियर टूटने के कारण 50 से अधिक मजदूर दब गए। यह दुर्घटना माणा गांव के पास हुई, जहां मजदूर सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे। अब तक 57 मजदूरों के फंसे होने की खबर है, जबकि 10 मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला जा चुका है। मौके पर बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

Feb 28, 2025 - 14:16
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उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से 50 मजदूर बर्फ में दबे, बचाव कार्य जारी 
50 workers buried in snow due to glacier break in Chamoli

उत्तराखंड के चमोली जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है, जिसमें एक ग्लेशियर टूटने के कारण 50 से अधिक मजदूर दब गए। यह दुर्घटना माणा गांव के पास हुई, जहां मजदूर सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे। अब तक 57 मजदूरों के फंसे होने की खबर है, जबकि 10 मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला जा चुका है। मौके पर बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

उत्तराखंड पुलिस हेडक्वार्टर के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि सीमा क्षेत्र माणा में सीमा सड़क संगठन (BRO) के कैंप के पास एक बड़ा हिमस्खलन हुआ, जिसके कारण सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए। इनमें से 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया और गंभीर अवस्था में उन्हें माणा के पास सेना के कैंप में भेजा गया।

मौके पर बीआरओ के अधिशासी अभियंता सीआर मीना ने बताया कि 57 मजदूर घटनास्थल पर मौजूद हैं, और वहां तीन से चार एंबुलेंस भी भेजी गई हैं। हालांकि, भारी बर्फबारी के कारण बचाव दल को वहां पहुंचने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।

चमोली हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "जनपद चमोली में माणा गांव के पास BRO द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन से कई मजदूर दबने की दुखद जानकारी मिली। ITBP, BRO और अन्य बचाव दल राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिकों की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।"

इसके अलावा, मौसम विभाग ने इलाके में भारी बर्फबारी के बाद अलर्ट जारी किया है। बताया जा रहा है कि ये मजदूर सड़क निर्माण के लिए एक निजी ठेकेदार के साथ काम कर रहे थे। पिछले 48 घंटों में भारी बर्फबारी के बाद ग्लेशियर नदी में गिर गया, जिससे निर्माण स्थलों को काफी नुकसान हुआ है। सरकार ने क्षेत्र के निवासियों को अलर्ट भेजा है।