महाकुंभ में आस्था का सैलाब, आज 45 करोड़ लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ में आस्था को जनसैलाब उमड़ा है, वो हर किसी को अपनी तरफ खींच ले जा रहा है। यही वजह है कि देश दुनिया से रोज लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं।

महाकुंभ में आस्था को जनसैलाब उमड़ा है, वो हर किसी को अपनी तरफ खींच ले जा रहा है। यही वजह है कि देश दुनिया से रोज लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं। महाकुंभ शुरू होने से लेकर मंगलवार, 11 फरवरी की सुबह 8 बजे तक 45 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगा ली है। दुनिया में किसी एक जगह पर इतने श्रद्धालुओं को जमावड़ा पहली बार लगा है. मंगलवार सुबह के आठ बजे तक 49.68 लाख लोगों ने त्रिवेणी में स्नान किया। स्नानार्थियों में कल्पवासियों के साथ-साथ देश-विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत प्रमुख तौर पर शामिल रहे।
सही साबित हुआ अनुमान-
योगी सरकार का अनुमान था कि पूरे महाकुंभ में कुल 45 करोड़ से ज्यादा लोग आएंगे। श्रद्धालुओं की जो भारी भीड़ महाकुंभ पहुंच रही है, उसे देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार स्नान का नया रिकॉर्ड बनेगा। श्रद्धालु प्रतिदिन लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं। सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है उसमें स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा।
स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जाने का अनुमान-
सीएम योगी ने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। उनका यह आंकलन महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही सच साबित हो गया। मंगलवार की सुबह 8 बजे ही महाकुम्भ में 45 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार हो गई। मंगलवार को सुबह 8 बजे तक करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई, जिसके साथ ही महाकुम्भ में स्नानार्थियों की संख्या 45 करोड़ पार हो गई। अभी महाकुंभ को 15 दिन शेष है और दो महत्वपूर्ण स्नान बचे हुए हैं। जिस भारी तादाद में श्रद्धालु महाकुंभ पहुंच रहे हैं, उसे देख पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है। इस बार महाकुंभ में सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया। माघ पूर्णिमा से पहले भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।