diwali से पहले पुष्य नक्षत्र,चमकेगा बाजार 

इस वर्ष 24 अक्टूबर को गुरु पुष्य नक्षत्र (Guru Pushya Nakshatra) का बेहद शुभ संयोग बन रहा है। इस नक्षत्र को पोषण करने वाला भी माना जाता है। इसमें औषधि ग्रहण करना ईश्वर के वरदान समान माना गया है। दीपावली से पहले इस बार 24 और 25 अक्टूबर को नक्षत्रों का राजा पुष्य दो दिन अपनी चमक बिखेरेगा।

Oct 18, 2024 - 13:13
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diwali से पहले पुष्य नक्षत्र,चमकेगा बाजार 
A great coincidence of Pushya Nakshatra is taking place before diwali

कार्तिक मास में धनतेरस (Dhanteras) और दीपावली (diwali) के पहले पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है | वैदिक ज्योतिष में धन, वैभव और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यही वजह है कि इस नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा भी कहा जाता है। इस वर्ष 24 अक्टूबर को गुरु पुष्य नक्षत्र (Guru Pushya Nakshatra) का बेहद शुभ संयोग बन रहा है। इस नक्षत्र को पोषण करने वाला भी माना जाता है। इसमें औषधि ग्रहण करना ईश्वर के वरदान समान माना गया है।

दीपावली से पहले इस बार 24 और 25 अक्टूबर को नक्षत्रों का राजा पुष्य दो दिन अपनी चमक बिखेरेगा। अरसे बाद ऐसा महासंयोग बन रहा है जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार से शुरू होकर दो दिन तक रहेगा। इस बार नक्षत्रराज की चमक 24 घंटे 46 मिनट तक रहेगी। पुष्य नक्षत्र में सभी प्रकार की खरीदी शुभ और स्थाई मानी जाती है। इसलिए इस दिन व सोना, चांदी, आभूषण, वस्त्र, भूमि,भवन, वाहन खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके लिए शहर के बाजार सज रहे हैं। दो दिन बाजार में 'धनवर्षा' होगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पुष्य नक्षत्र 24 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11.31 बजे से प्रारंभ होगा। यह अगले दिन 25 नवम्बर को दोपहर 12.17 बजे तक रहेगा। शुक्रवार को सूर्योदय के बाद करीब चार घंटे नक्षत्र का विद्यमान रहना शुभफल प्रदान करेगा। दोनों दिन जमकर खरीदारी होगी।

शनि पुष्य पर बनेंगे अष्ट महायोग

गुरु पुष्य के दिन 24 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवियोग, त्रिपुष्कर, त्रिपुष्कर, छत्र, सिद्ध, शुभ योग मिल रहे हैं। वहीं 25 को शुक्रपुष्य पर राजयोग, श्रीवत्स, साध्य योग मिलेगे। पुष्य नक्षत्र पर बृहस्पति (गुरु), शनि और चंद्र का प्रभाव होता है। इस बार पुष्य नक्षत्र पर चन्द्रमा कर्क राशि में होगा। इन संयोगों के साथ पुष्य नक्षत्र का गुरुवार के दिन आना बहुत शुभ होता है।

क्या खरीदने से बढ़ेगा गुड लक?

पुष्य नक्षत्र में कोई भी नई चीज खरीदी जा सकती है जैसे फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, मकान और जमीन आदि। इस दिन किए गए इन्वेस्ट का बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद रहती है। गुरु पुष्य नक्षत्र में सबसे अधिक महत्व सोना खरीदना का माना गया है। सोना गुरु ग्रह की धातु है जो पुष्य नक्षत्र का स्वामी है। कहते हैं कि जो भी व्यक्ति पुष्य नक्षत्र में सोना खरीदता है, उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।