हॉस्टल में पलंग पर गिरा जर्जर छत का टुकड़ा, जबलपुर के नेत्रहीन स्कूल में बड़ा हादसा, चंद मिनट पहले बाहर गया था छात्र

मध्यप्रदेश के जबलपुर के अंधमूक बाईपास के पास स्थित शासकीय नेत्रहीन स्कूल में सुबह एक कमरे की छत का एक बड़ा हिस्सा गिर गया। घटना उस समय की है, जब बच्चे चंद मिनट पहले ही कमरे से बाहर निकले थे। घटना के बाद ब्लाइंड बच्चों में इस कदर दहशत आई कि सभी छात्र स्कूल से बाहर निकल आ गए।

Aug 13, 2024 - 13:41
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हॉस्टल में पलंग पर गिरा जर्जर छत का टुकड़ा, जबलपुर के नेत्रहीन स्कूल में बड़ा हादसा, चंद मिनट पहले बाहर गया था छात्र

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। 

अंधमूक बाईपास के पास स्थित शासकीय नेत्रहीन स्कूल में सुबह एक कमरे की छत का एक बड़ा हिस्सा गिर गया। घटना उस समय की है, जब बच्चे चंद मिनट पहले ही कमरे से बाहर निकले थे। घटना के बाद ब्लाइंड बच्चों में इस कदर दहशत आई कि सभी छात्र स्कूल से बाहर निकल आ गए। इधर घटना को स्कूल प्रबंधन दबाने में जुटा हुआ है। धनवंतरी नगर बाईपास के पास के नेत्रहीन स्कूल में करीब 100 से अधिक छात्र रहते हैं। जानकारी के अनुसार, स्कूल परिसर में बने हॉस्टल की सेकंड फ्लोर के रूम नंबर 24 की छत का एक बड़ा हिस्सा नीचे पलंग पर गिरा, कुछ देर पहले इसी पलंग पर छात्र सो रहा था।
पूरा भवन जर्जर है:छात्र
छात्रों को कहना है कि सालों से वे इसी जर्जर भवन में रहने को मजबूर हैं। कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की पर समाधान नहीं हुआ। वहीं प्रबंधन के अधिकारियों ने भी कहा था कि छात्रों को शिफ्ट किया जाएगा, पर आज तक कुछ नहीं हुआ। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे हादसा हुआ।  महज चंद मिनट पहले ही रूम में रह रहे 6 बच्चे स्कूल के लिए तैयार  होकर बाहर निकले थे। जैसे ही  छत गिरने की आवाज आई,छात्र और स्कूल के पदाधिकारी कमरे की ओर दौड़े।  इस घटना के बाद ब्लाइंड छात्रों में ना सिर्फ दहशत बनी हुई है बल्कि प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश भी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी हादसे हो चुके हैं, जिसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को भी है। गोरखपुर एसडीएम पंकज मिश्रा का कहना है कि  घटना गम्भीर है। जांच की जाएगी।
हर बारिश में सताता है डर
इस नेत्रहीन स्कूल में क्लास 1 से लेकर 8वीं तक के 45 और क्लास 9 से लेकर 12वीं तक के 55 छात्र हैं, जो तीन मंजिला बिल्डिंग में रहते हैं। जब भी  तेज बारिश होती है तो पूरी बिल्डिंग में पानी गिरने लगता है। जिला प्रशासन बीते दो सालों से जर्जर भवन को तोड़ने में जुटा हुआ है, पर उन्हें  छात्रों के लिये नई बिल्डिंग नहीं मिल रही है। एक किराए की बिल्डिंग में रखने की बात भी कही गई, पर अभी कुछ तय नहीं है  बीते 23 दिसंबर 2023 को अपर कलेक्टर ने स्कूल का दौरा किया था,बिल्डिंग की हालत भी देखी थी और कहा गया था कि जल्द ही नए भवन में छात्रों को भेजा जाएगा पर आज तक कुछ नहीं हुआ।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।