जैन मुनियों के हमलावरों का निकला जुलूस, भड़के लोगों ने की फांसी की मांग
सिंगोली थाना क्षेत्र में रविवार रात एक बेहद दुखद घटना सामने आई। कछाला गांव में छह लोगों ने तीन जैन मुनियों पर हमला कर दिया।

सिंगोली थाना क्षेत्र में रविवार रात एक बेहद दुखद घटना सामने आई। कछाला गांव में छह लोगों ने तीन जैन मुनियों पर हमला कर दिया। मुनि शैलेष जी, बलभद्र जी और मुनींद्र जी विहार करते हुए नीमच की ओर जा रहे थे और रात के समय विश्राम के लिए कछाला गांव स्थित हनुमान मंदिर में ठहरे हुए थे। रात करीब 12 बजे तीन बाइक पर सवार होकर छह बदमाश वहां पहुंचे। उन्होंने मंदिर के सामने बैठकर शराब पी और मुनियों से पैसे की मांग की। मुनियों के इनकार करने पर उन्होंने लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। इस घटना से जैन समाज और स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
हनुमान मंदिर में मुनियों के साथ हुई मारपीट की घटना
मुनि शैलेष जी, बलभद्र जी और मुनींद्र जी नीमच की दिशा में विहार कर रहे थे और रात बिताने के लिए कछाला गांव के पास स्थित एक हनुमान मंदिर में रुके थे। रात करीब 12 बजे, तीन मोटरसाइकिलों पर सवार छह बदमाश वहां पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर में बैठकर शराब पी और फिर मुनियों से पैसों की मांग की। मुनियों के इनकार करने पर बदमाशों ने लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया।
सड़क की ओर भागकर मुनि ने बचाई जान
हमले के दौरान एक मुनि अपनी जान बचाने के लिए सड़क की ओर भागे और रास्ते से गुजर रहे एक बाइक सवार से मदद मांगी। उस व्यक्ति ने तुरंत सिंगोली और आसपास के ग्रामीणों को घटना की सूचना दी। खबर मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इस बीच चार आरोपी भाग निकले, लेकिन ग्रामीणों ने दो को पकड़ लिया। थोड़ी देर में पुलिस भी पहुंच गई। घायल मुनियों ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें सिंगोली के जैन स्थानक भवन में रखा गया। जैन धर्म की परंपराओं के अनुसार, उन्होंने रात में कोई दवा नहीं ली और सोमवार सुबह उनका उपचार शुरू हुआ।
सिंगोली में बंद और विरोध प्रदर्शन
घटना के विरोध में जैन समाज और ग्रामीणों ने सिंगोली नगर को पूरी तरह बंद रखा। बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए आरोपियों को फांसी देने की मांग की। सोमवार शाम पुलिस ने आरोपियों को सिंगोली नगर में जुलूस के रूप में घुमाया, इस दौरान लोग 'फांसी दो' के नारे लगाते नजर आए। आरोपी हाथ जोड़कर माफी मांगते दिखे।
प्रशासनिक कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रिया
नीमच एसपी अंकित जायसवाल तत्काल मौके पर पहुंचे और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। बाद में सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार सुबह कलेक्टर हिमांशु चंद्र, एसडीओपी निकिता सिंह और विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने जैन मुनियों से मुलाकात की। समाज के प्रतिनिधि प्रदीप जैन ने बताया कि हमलावरों ने मुनियों के वस्त्र फाड़ दिए थे और एक संत के सिर में गंभीर चोट आई थी। पहले मुनियों ने इलाज से मना कर दिया था, लेकिन समाज के आग्रह पर इलाज शुरू हुआ।
अहिंसा के मूल्यों पर हमला
विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने इस घटना को शांति और अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ बताया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने मामले की जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को दी, जिसके बाद एफआईआर गंभीर धाराओं में दर्ज की गई। मुख्यमंत्री ने अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस घटना की निंदा की और X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है। उन्होंने आरोपियों को सख्त सजा दिए जाने की मांग की।