जबलपुर मेडिकल कॉलेज से फरार कटनी जेल का शातिर कैदी 

कटनी जेल का विचाराधीन कैदी जबलपुर के सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से भाग गया। बंदी यहां डेंगू होने पर भर्ती था। सुरक्षा में लगे 4 पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह टॉयलेट से भाग निकला।

Oct 30, 2024 - 16:04
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जबलपुर मेडिकल कॉलेज से फरार कटनी जेल का शातिर कैदी 
A vicious prisoner of Katni jail escaped from Jabalpur Medical College

डेंगू होने पर भर्ती हुआ था, टॉयलेट से भाग निकला, 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। 

कटनी जेल का विचाराधीन कैदी जबलपुर के सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से भाग गया। बंदी यहां डेंगू होने पर भर्ती था। सुरक्षा में लगे 4 पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह टॉयलेट से भाग निकला। ड्यूटी में लापरवाही पर चारों पुलिसकर्मियों को कटनी एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। जबलपुर पुलिस आरोपी को तलाश करने में जुट गई है।

25 अक्टूबर को किया गया था भर्ती

छोटू भूमिया उर्फ संतू (21) दहेज हत्या के मामले में कटनी जेल में बंद था। उसे 2022 में गिरफ्तार किया गया था। डेंगू होने पर 25 अक्टूबर को उसे कटनी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर 26 अक्टूबर को जबलपुर मेडिकल कॉलेज लाकर भर्ती कराया गया।

इमरजेंसी गेट से हुआ फरार-

हवालाती बंदी संतु की सुरक्षा में तैनात रक्षित केंद्र कटनी के आरक्षक अमित सिंह उसे टॉयलेट के लिए ले गए थे। उसने अंदर से टॉयलेट का गेट लगाया और बाजू वाले इमरजेंसी गेट से भाग निकला। पहले तो सुरक्षाकर्मियों ने उसकी तलाश की, नहीं मिलने पर जबलपुर के गढ़ा थाने में जानकारी दी। गढ़ा थाना प्रभारी  का कहना है कि बंदी की सुरक्षा के लिए चार पुलिसकर्मी भी कटनी जिले से जबलपुर आए थे और 24 घंटे साथ में थे। हम उसे लगातार तलाश रहे हैं।

तीन आरक्षक निलंबित के साथ प्रधान आरक्षक-

कटनी एसपी ने पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक दिनेश रजक, आरक्षक अमित सिंह, आरक्षक जयंत कोरी और आरक्षक राजेश कोरी को निलंबित कर दिया गया है। संतु कटनी जिले के थाना स्लीमनाबाद के राखी गांव का रहने वाला है।

कैदी को बार-बार आ रहा था बुखार-

कटनी जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि 2022 में नवविवाहिता की हत्या के मामले में संतू को स्लीमनाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मामला कोर्ट में चल रहा है। विचाराधीन कैदी संतू का जेल में व्यवहार ठीक था। कुछ दिन पहले भी उसकी तबीयत बिगड़ी थी, जेल में इलाज के दौरान ठीक भी हो गया था, लेकिन उसे बुखार आ रहा था। 22 तारीख तो तबियत बिगड़ने पर टेस्ट करवाया। रिपॉर्ट में डेंगू पॉजिटिव आने पर उसे भर्ती कराया गया था।