आप के विधायक कांग्रेस में शामिल, अभद्र टिप्पणी करने पर केजरीवाल सरकार से छिन गया था मंत्री पद
आम आदमी पार्टी के सीमापुरी विधायक राजेन्द्र पाल गौतम कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में एक कार्यक्रम में दलित समुदाय के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के दौरान हिन्दू समुदाय पर अभद्र टिप्पणी करने के कारण अरविंद केजरीवाल सरकार से उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था।
आम आदमी पार्टी के सीमापुरी विधायक राजेन्द्र पाल गौतम कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में एक कार्यक्रम में दलित समुदाय के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के दौरान हिन्दू समुदाय पर अभद्र टिप्पणी करने के कारण अरविंद केजरीवाल सरकार से उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। तब से वे पार्टी में साइड लाइन चल रहे थे। लंबे समय तक प्रतीक्षा करने के बाद आज उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया, लेकिन अरविंद केजरीवाल के लिए इसे एक बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि इसके पहले पार्टी के एक और दलित चेहरे राजकुमार ने आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। लगभग छह महीने के बाद फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली में दलित समाज और मुसलमानों के बीच आम आदमी पार्टी को सबसे मजबूत माना जाता है। इन समुदायों पर पकड़ के बल पर ही अरविंद केजरीवाल 2014-15 से दिल्ली की राजनीति में अजेय बने हुए हैं। आम आदमी पार्टी के नेताओं के शराब घोटाले, स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में हुए कथित घोटालों में घिरने के बीच दलित समाज पर यदि अरविंद केजरीवाल की पकड़ ढीली होती है तो इससे आम आदमी पार्टी को नुकसान हो सकता है। राजेन्द्र पाल गौतम और राजकुमार दिल्ली के दलित समाज के सम्मानित चेहरों के रूप में देखे जाते हैं। राजेन्द्र पाल गौतम सीमापुरी सहित पूर्वी दिल्ली के दलित समाज में लोकप्रिय हैं। इसी तरह राजकुमार भी अपने समुदाय के लोगों के बीच अच्छी पकड़ रखते हैं। ये दोनों ही नेता अपने क्षेत्रों में केजरीवाल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ऋतु चौधरी ने अमर उजाला से कहा कि राजेंद्र पाल गौतम दलित समाज के एक बड़े चेहरे के तौर पर देखे जाते हैं। उनके पार्टी में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजधानी में दलित समाज कांग्रेस का पारंपरिक वोटर हुआ करता था। लेकिन कुछ लोगों ने झूठ की राजनीति के बल पर उन्हें भरमा दिया था। लेकिन अब दलित समाज के लोगों की समझ में आ गया है कि केवल कांग्रेस पार्टी में ही उनका हित सुरक्षित है।