जमींदोज होगा आओ स्पा, फरार पार्टनर पर कसेगा शिकंजा
विजयनगर इलाके के सीबीआई चौक के निकट स्पा सेंटर की आड़ में किए जा रहे देह व्यापार के काले धंधे के उजागर होने के बाद अब विजयनगर पुलिस ने इस स्पा सेंटर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई तेज कर दी है।

जबलपुर की विजयनगर पुलिस की दबिश में देह व्यापार का खुलासा
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। विजयनगर इलाके के सीबीआई चौक के निकट स्पा सेंटर की आड़ में किए जा रहे देह व्यापार के काले धंधे के उजागर होने के बाद अब विजयनगर पुलिस ने इस स्पा सेंटर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई तेज कर दी है साथ ही इस स्पा सेंटर के दूसरे पार्टनर्स को दबोचने के लिए टीम बना दी है।
आरोपियों को भेजा गया जेल
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ देह व्यापार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने स्पा संचालक शीतल बावरिया एवं आशीष सिंगरहा पर मामला दर्ज किया है। इनमें से शीतल को गिरफ्तार कर लिया गया है,जबकि अशीष सिंगरहा फरार है। अन्य आरोपियों में गोरा बाजार निवासी संदीप सिंह उर्फ प्रेम, शांति नगर गोहलपुर निवासी शेखर नायडू और दीवांश बुधवानी शामिल हैं। इन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
केबिन में आपत्तिजनक हालत में मिले जोड़े
पुलिस को कई दिनों से स्पा सेंटर में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। बुधवार रात को अचानक छापेमारी कर जांच की गई। जांच के दौरान पुलिस को स्पा सेंटर के अंदर छोटे-छोटे कई कमरे और केबिन मिले। तीन केबिन के दरवाजे खटखटाने पर जब देर तक नहीं खुले, तो चेतावनी देने के बाद दरवाजे खोले गए। अंदर तीन जोड़े आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए। मौके से कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई।
मसाज के नाम चल रहा था खेल
थाना प्रभारी ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि स्पा सेंटर के काउंटर पर युवती बैठती थी। कस्टमर के आने पर उन्हें 1-2 हजार के मसाज पैकेज का प्रस्ताव दिया जाता था। पुरुष कस्टमर्स को मसाज के साथ सेंटर में काम करने वाली युवतियां भी दिखाई जाती थीं। पसंदीदा युवती के साथ अलग कमरे में मसाज के नाम पर 5 से 8 हजार रुपये तक वसूले जाते थे।
अवैध भवन गिराने की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, जिस भवन में ये स्पा चलाया जा रहा है, उसका निर्माण अवैध तरीके से किया जा रहा है। पुलिस और नगर निगम के अधिकारी मिलकर जल्दी ही इस भवन पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई करेंगे। हालाकि, इससे पहले अन्य तकनीकी और कानूनी पहलुओं पर भी गौर किया जाएगा, लेकिन दावा किया जा रहा है कि रिकॉर्ड खंगाला जाए तो इस भवन पर आसानी से बुलडोजर की कार्रवाई की जा सकती है।