Railway reservation नियमो में संशोधन
रेल यात्रा को लेकर महीनों पहले से प्लान करने वाले यात्रियों को अब चार माह पहले रिजर्वेशन नहीं मिल पाएगा। यह अवधि घटाकर अब दो माह यानी 60 दिन कर दी गई है। यह व्यवस्था नवम्बर महीने के एक तारीख से लागू हो रही है।
रेलवे बोर्ड की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार यात्रियों को अग्रिम टिकट आरक्षण की सुविधा अब 60 दिन की ही मिलेगी। यह पहले 120 दिन थी। हालांकि, साफ किया गया है कि जिन यात्रियों ने पहले से 120 दिन की अवधि को देखकर रिजर्वेशन ले रखा है, उन्हें असुविधा नहीं होगी और वे पूर्व में कराए गए टिकट पर यात्रा कर सकेंगे। लेकिन, एक नवम्बर से अब 60 दिन के अवधि के ही अग्रिम टिकट रिजर्वेशन होंगे। हालांकि, विदेशी पर्यटकों पर यह व्यवस्था लागू नहीं होगी और वे पूरे साल में अग्रिम टिकट रिजर्वेशन करा सकेंगे।
रेलवे का दावा कैंसिल होने की दर ज्यादा थी
रेलवे का कहना है कि ज्यादा कैंसिलेशन और सीटों की बर्बादी को देखते हुए यह फैसला लिया है इतनी लम्बी अवधि की टिकट लेने वालों के रददीकरण की दर ज्यादा थी 120 दिन की आरक्षण समय-सीमा अति थी. जिसके परिणामस्वरूप यात्रियों के यात्रा पर न आने के कारण टिकट रद्दीकरण ज्यादा होते थे जिससे कमी आएगी। लंबी अवधि के साथ, कुछ लोगों द्वारा टिकट ब्लॉक करने की संभावना अधिक थी। छोटी अवधि वास्तविक यात्रियों द्वारा अधिक टिकट खरीदने को प्रोत्साहित करेगी। इससे रेल प्रशासन को विशेष ट्रेनों की योजना बनाने में मदद मिलेगी।
किसको होगा फायदा
1 नवम्बर को दिवाली है और उसके बाद छठ पूजा है। दोनों बड़े त्योहार हैं और त्योहार के लिए दूसरे शहरों में नौकरी करने वाले लोग अपने गांव और घर जाते हैं जिसके चलते ट्रेनों भीड़ ज्यादा होती है. ट्रेन से लेकर एयर टिकट तक आसानी से नहीं मिलते हैं और आम लोगों को परेशान होते देखा जाता है | जिसके कारण कालाबाजारी बढ़ जाती है इससे कालाबाजारी और भ्रष्टाचार पर भी काफी हद तक अंकुश लगेगा |