आगर: यात्री बस ड्राइवर को गाड़ी चलाते वक्त आया हार्ट अटैक, चालक की हुई मौत
मध्यप्रदेश में आगर मालवा जिले में एक बस ड्राइवर को ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर की अचानक तबीयत बिगड़ने के चलते बस का नियंत्रण छूट गया और वह सड़क किनारे ईंटों के ढेर से टकराकर रुक गई।

मध्यप्रदेश में आगर मालवा जिले में एक बस ड्राइवर को ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर की अचानक तबीयत बिगड़ने के चलते बस का नियंत्रण छूट गया और वह सड़क किनारे ईंटों के ढेर से टकराकर रुक गई। उस समय बस में करीब 60 यात्री सवार थे, जिससे घटना के बाद अफरातफरी मच गई। हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया और कई जानें बच गईं।
बड़ोद से शुजालपुर की ओर जा रही एक बस के ड्राइवर रईस खां को अचानक दिल का दौरा पड़ा। उस वक्त बस में करीब 60 यात्री सवार थे। हार्ट अटैक आने के बाद रईस खां ने बस को नियंत्रित करने की भरसक कोशिश की, लेकिन वह वाहन को पूरी तरह से रोक नहीं पाए। बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे ईंटों के ढेर से टकरा गई और वहीं रुक गई।
शुरुआत में यात्रियों को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा नहीं हुआ, लेकिन जब उन्होंने ड्राइवर को सीट पर बेहोश देखा, तो तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद रईस खां को मृत घोषित किया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई।
यात्रियों ने बताया कि रईस खां ने अपनी हालत बिगड़ने से पहले हालात को समझ लिया था और उन्होंने बस को रोकने की कोशिश की। उनकी कोशिशों से बस की रफ्तार काफी हद तक कम हो गई थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। उनकी सूझबूझ ने यात्रियों की जान बचा ली।
बस के ईंटों के ढेर से टकराने के दौरान सड़क किनारे खड़ी दो मोटरसाइकिलें इसकी चपेट में आ गईं और क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई। अगर बस समय रहते न रुकती, तो यह हादसा और भी गंभीर हो सकता था।