जबलपुर से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने में एयर इंडिया असमर्थ
हाईकोर्ट के पूर्व निर्देश के पालन में जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के मामले पर एयर इंडिया की ओर से अपना जवाब पेश किया गया है।

- हाईकोर्ट में जवाब पेश,
- 19 फरवरी को होगी अलगी सुनवाई
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। हाईकोर्ट के पूर्व निर्देश के पालन में जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के मामले पर एयर इंडिया की ओर से अपना जवाब पेश किया गया है। कंपनी की ओर से कहा गया कि विस्तृत सर्वे करने के बाद वो जबलपुर से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने में असमर्थ है। हाई कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी को होना है। एयर इंडिया की ओर से जवाब अधिवक्ता अल्हाद नरसिंह कुलकर्णी ने प्रस्तुत किया है।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे व रजत भार्गव की ओर से जनहित याचिका दायर की गई है। जिसमें कहा गया है कि जबलपुर में अन्य शहरों की तुलना में कम फ्लाइट हैं। पूर्व में जबलपुर से मुम्बई, पुणे, कोलकाता, बेंगलुरू आदि शहरों के लिए फ्लाइट संचालित होती थी। जबलपुर की एयर कनेक्टिविटी प्रदेश के इंदौर, ग्वालियर तथा भोपाल के सामान थी। फ्लाईट के लगातार बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में जबलपुर से औसतन 15 फ्लाइट संचालित होती थीं। वर्तमान में घटकर इनकी संख्या पांच हो गई है। इससे जबलपुर का विकास अवरुद्ध हो रहा है।
याचिका पर पूर्व में हुई सुनवाई के दौरान इंडिगो विमान कंपनी ने अपना जवाब पेश कर दिया था। पिछली सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने एयर इंडिया एक्सप्रेस को अनावेदक बनाते हुए नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया था। उक्त नोटिस के परिप्रेक्ष्य में कंपनी द्वारा पेश जवाब में कहा गया है कि उनके द्वारा देश के 45 हवाई अड्डों से उड़ानों का संचालन होता है। भारत के जिन 73 एयरपोट्स से उनकी कंपनी द्वारा उड़ाने नहीं भरती, उसमें जबलपुर भी शामिल है। विभिन्न एयरपोट्स से फ्लाईट्स का संचालन लाभ-हानि की दृष्टि से तय होता है।