diwali पर हवाई सफर हुआ महंगा,यात्री परेशान
विमान कम्पनियों ने फेयर बढ़ा दिया है। इसका कारण जबलपुर और अन्य शहरों के बीच विमानों की संख्या का कम होना है। विमान कम्पनियों ने जो फेयर जारी किया है, उसमें यात्रियों को सबसे ज्यादा किराया बैंगलूरु से जबलपुर जाने का है।
दिवाली पर जबलपुर से दिल्ली, बैंगलूरु, हैदराबाद (Hyderabad) और मुंबई (Mumbai) तक हवाई यात्रा महंगी पड़ेगी। इन शहरों से जबलपुर आने के लिए भी मोटी रकम चुकानी होगी। विमान कम्पनियों ने फेयर बढ़ा दिया है। इसका कारण जबलपुर और अन्य शहरों के बीच विमानों की संख्या का कम होना है। विमान कम्पनियों ने जो फेयर जारी किया है, उसमें यात्रियों को सबसे ज्यादा किराया विमान कम्पनियों ने फेयर बढ़ा दिया है। इसका कारण जबलपुर और अन्य शहरों के बीच विमानों की संख्या का कम होना है। विमान कम्पनियों ने जो फेयर जारी किया है, उसमें यात्रियों को सबसे ज्यादा किराया बैंगलूरु (Bangalore) से जबलपुर जाने का है।से जबलपुर जाने का है। यह अभी 22 हजार रुपए है। इस रूट पर केवल एक ही विमान है।
कनेक्टिंग फ्लाइट्स का सहारा
पुणे, कोलकाता समेत देश के अन्य शहरों में जाने वालों को या तो कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी पड़ रही है कनेक्टिंग फ्लाइट लेने के लिए जबलपुर से नागपुर, इंदौर और भोपाल की यात्रा ट्रेन या कार से करनी पड़ती है।
कम उड़ान होने का नुकसान
जानकारों के अनुसार किसी रूट जब अधिक कम्पनियों द्वारा फ्लाइट्स का संचालन किया जाता है, तो उन कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। वे चाहते हैं कि अधिक से अधिक फ्लायर्स उनके विमान में यात्रा करें। ऐसे में किराया कम रहता है, लेकिन जबलपुर से महज दो कम्पनियों द्वारा विमानों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में फ्लायर्स को अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है।
फ्लायर्स की कमी
जबलपुर और पुणे के बीच कुछ साल पहले फ्लाइट शुरू की गई थी। यह फ्लाइट हमेशा फुल रहती थी। इस फ्लाइट के शुरू हो जाने के बाद पुणे आना-जाना आसान हो गया था। लेकिन इस फ्लाइट को भी बंद कर दिया गया। इससे शहर की पुणे से कनेक्टिविटी टूट गई। स्पाइस जेट ने जबलपुर-मुंबई- जबलपुर रूट पर चलने वाली अपनी साप्ताहिक उड़ान भी बंद कर दी है। इस कारण भी फेयर बढा हैं।