मध्य प्रदेश के बहुचर्चित बल्लाकांड में आकाश सहित बाकी 9 लोग बरी
बहुचर्चित बल्लाकांड में MP-MLA कोर्ट ने प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बेटे पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय समेत सभी 10 लोगों को बरी कर दिया है. आकाश विजयवर्गीय पर निगम अधिकारी ने बल्ले से पीटने का आरोप लगाया था
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित बल्लाकांड में MP-MLA कोर्ट ने प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बेटे पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय समेत सभी 10 लोगों को बरी कर दिया है. आकाश विजयवर्गीय पर निगम अधिकारी ने बल्ले से पीटने का आरोप लगाया था. हालांकि ट्रायल के दौरान फरियादी निगम अधिकारी अपने बयान से पलट गए थे।विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए देव कुमार की कोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुनाया।जिसमें कोर्ट ने आकाश और 9 लोगों को बरी कर दिया। इस दौरान आकाश सहित बाकी नौ लोग भी कोर्ट में मौजूद थे।
पीएम मोदी ने जताई थी नाराजगी
गौरतलब है कि इस मामले के बाद पीएम मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में नाराजगी जाहिर की थी। जिसके बाद आकाश का विधानसभा 2023 के चुनाव में भाजपा ने टिकट काट दिया था।
क्या था मामला
खतरनाक मकान तोड़ने की मुहिम में निगम टीम 26 जून 2019 को सुतार गली के पास मकान तोड़ने पहुंची थी। जोन प्रभारी व उपयंत्री धीरेंद्र बायस भी मौके पर थे। बचाने के लिए विधायक आकाश विजयवर्गीय साथियों के साथ पहुंचे थे। उनका विवाद हुआ। एक वीडियो सामने आया था, जिसमें आकाश क्रिकेट बैट से बायस को मारते हुए दिखे। हंगामे के बीच एमजी रोड थाने में केस दर्ज किया गया था।निगम अधिकारी की शिकायत के बाद 26 जून 2019 को आकाश विजयवर्गीय की गिरफ्तारी भी हुई थी. हालांकि स्पेशल कोर्ट से 29 जून को आकाश को जमानत मिल गई थी और तब से लेकर अब तक केस चल ही रहा था.