रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु पर लगे अभद्रता के आरोप
एमपी के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु राजेश कुमार वर्मा पर विश्वविद्यालय की महिला अधिकारी ने लिखित शिकायत के जरिए अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं।

यूनिवर्सिटी की महिला अधिकारी ने राज्यपाल और राज्य महिला आयोग को भेजी शिकायत
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।
एमपी के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु राजेश कुमार वर्मा पर विश्वविद्यालय की महिला अधिकारी ने लिखित शिकायत के जरिए अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि यह शिकायत नवंबर माह में की गई थी। जिसका खुलासा अब जाकर हुआ है।
कुलगुरु बोले...जांच के आदेश देने पर लग रहे आरोप-
इधर अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर कुलगुरु राजेश कुमार वर्मा का कहना है, कि नवंबर माह में विश्वविद्यालय में होने वाली आर्थिक अनियमिताओं को लेकर शासन स्तर से जांच के आदेश जारी हुए थे। उसी समय से उनके खिलाफ आरोप लगने शुरू हो गए थे। कुलगुरु के अलावा एक अतिथि शिक्षक अजय मिश्रा के खिलाफ भी शिकायत की गई है। इससे पहले कुलगुरु की गलत तरीके से नियुक्ति को लेकर एनएसयूआई द्वारा शिकायत और प्रदर्शन किया जा चुका है। वही विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार दीपेश मिश्रा के खिलाफ भी कर्मचारी यूनियन विगत चार माह से विरोध कर रहे हैं। कुल मिलाकर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में आरोप प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
शिकायत में यह आरोप
महिला अधिकारी ने राज्यपाल, प्रमुख सचिव के अलावा राज्य महिला आयोग को शिकायत भेजी थी। इस शिकायत में बताया गया कि एक महिला अधिकारी के प्रति कुलगुरु का ऐसा व्यवहार घोर आपत्तिजनक व अशोभनीय है। कुलगुरु के आपत्तिजनक, अशोभनीय व अभद्र इशारे करने पर वह मानसिक रूप से आहत हैं। 21 नवंबर को कुलगुरु कक्ष में चर्चा के दौरान अधीनस्थों को निर्देश देते हुए उनके प्रति अशोभनीय टिप्पणी और अभद्र इशारे किए गए। इसकी सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि की जा सकती है। इसके बाद शाम को 6 बजे कुलगुरु ने उनके खिलाफ डीईओ परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने को लेकर सार्वजनिक रूप से निराधार आरोप लगाए।
इसके अलावा महिला अधिकारी के साथ अतिथि शिक्षकों के मानदेय मामले में आधारहीन टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के ऑफिशियल वॉट्सऐप ग्रुप में उनके खिलाफ अतिथि शिक्षकों और विभागाध्यक्षों ने रात करीब डेढ़ बजे अनुचित टिप्पणी की है। फिलहाल मामले में शासन स्तर पर जांच चल रही है या नहीं। इसकी पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि मामले में महिला अधिकारी ने शिकायत के बाद किसी तरह का अधिकृत पक्ष सामने नहीं रखा है।