कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन कर आसाराम बापू दे रहे प्रवचन
आसाराम, जो लंबे समय से सजा काट रहे थे, को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद इंदौर पहुँच चुके हैं। हालांकि, अदालत द्वारा तय की गई शर्तों के बावजूद, वह अब भी प्रवचन दे रहे हैं, अनुयायियों से मिल रहे हैं और खुलकर बातचीत कर रहे हैं। इंदौर स्थित उनके आश्रम में प्रतिदिन सैकड़ों लोग प्रवचन सुनने आते हैं। इससे पहले, गुजरात के पालनपुर स्थित उनके आश्रम में भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह भक्तों से मुलाकात करते दिखाई दिए थे।

आसाराम, जो लंबे समय से सजा काट रहे थे, को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद इंदौर पहुँच चुके हैं। हालांकि, अदालत द्वारा तय की गई शर्तों के बावजूद, वह अब भी प्रवचन दे रहे हैं, अनुयायियों से मिल रहे हैं और खुलकर बातचीत कर रहे हैं। इंदौर स्थित उनके आश्रम में प्रतिदिन सैकड़ों लोग प्रवचन सुनने आते हैं। इससे पहले, गुजरात के पालनपुर स्थित उनके आश्रम में भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह भक्तों से मुलाकात करते दिखाई दिए थे। इस बीच, इंदौर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और मोबाइल फोन तथा स्मार्टवॉच के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मोबाइल और स्मार्ट वॉच को कर रहे जमा
आसाराम के प्रवचन के दौरान सुरक्षा बेहद सख्त दिखाई दे रही है। आश्रम के बाहर गार्ड्स ने गेट पर आने वालों को रोक रखा है और किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। लोगों से उनके मोबाइल फोन और स्मार्टवॉच पहले ही जमा करा लिए जा रहे हैं, ताकि कोई भी रिकॉर्डिंग न हो सके।
सुरक्षा व्यवस्था के हैं पुख्ता इंतजाम
आश्रम में प्रवचन स्थल को पूरी तरह सफेद चादरों से ढका गया था, जहां 1,000 से अधिक लोग आसाराम के प्रवचन में शामिल हो रहे थे। उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस और सीआरपीएफ के जवान तैनात थे। प्रवचन की रिकॉर्डिंग दो कैमरों से की जा रही थी, और सेवादारों ने बताया कि यह लाइव सत्संग के लिए किया जा रहा था, ताकि अन्य आश्रमों में मौजूद भक्त इसे ऑनलाइन देख सकें।
प्रवचन के दौरान, आसाराम ने अपने समर्थकों से महाकुंभ पर चर्चा की और बताया कि इस बार कुंभ पहले से भी अधिक भव्य होगा। आश्रम के सूत्रों के अनुसार, गुरुवार रात 11 बजे के बाद कुछ बड़े व्यापारी और राजनीतिक हस्तियां भी आश्रम पहुंची थीं।
सुप्रीम कोर्ट से 31 मार्च तक मिली है जमानत
सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च तक आसाराम को जमानत दी थी और स्पष्ट रूप से अनुयायियों से मिलने पर रोक लगाई थी। फिर भी, वह खुलेआम प्रवचन दे रहा है और अपने समर्थकों से संपर्क कर रहा है। इसके अलावा, राजस्थान हाईकोर्ट ने 14 जनवरी को 31 मार्च तक उसकी अंतरिम जमानत बढ़ा दी थी, जिससे उसे देश के किसी भी आश्रम में रहने और इलाज कराने की अनुमति मिली।
अभी, आसाराम 31 मार्च 2025 तक अंतरिम जमानत पर है और 14 जनवरी को जोधपुर के आरोग्यम हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद वह पालनपुर, अहमदाबाद होते हुए इंदौर पहुंचा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह इंदौर आश्रम में कितने दिन रहेगा।
प्रवचन के दौरान सेवकों ने अनुयायियों के बीच लोभान और गुगल की धूनी दी, जबकि आसाराम बिना किसी दिक्कत के प्रवचन दे रहा था। हालांकि, अदालत की शर्तों का उल्लंघन होने पर प्रशासन और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।