एमपी में विधानसभा उपचुनाव: बुधनी और विजयपुर में 13 नवम्बर को होगा मतदान
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ एमपी की बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है।
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ एमपी की बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है। बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए आगामी 13 नवम्बर को मतदान होगा और 23 नवम्बर को नतीजे आएंगे।
बुधनी सीट शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने के बाद खाली हुआ है। वहीं, विजयपुर विधानसभा सीट रामनिवास रावत के कांग्रेस छोड़ने के बाद से खाली है। रावत अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी की तरफ से उनकी उम्मीदवारी फाइनल है।
ये हैं चुनाव के शेड्यूल-
उपचुनाव की अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी हो जाएगी। 25 तारीख को नामांकन करने की अंतिम तारीख है। 30 अक्टूबर तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं। 13 नवंबर को बुधनी और विजयपुर में वोटिंग होगी। वहीं, 23 नवंबर को रिजल्ट आएंगे।
उपचुनाव में दिखेगा त्रिमूर्ति का दम-
मप्र की दो विधानसभा सीटों बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। भाजपा दोनों विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को हर हाल में जीतना चाहती है। इसके लिए सत्ता और संगठन के साथ ही भाजपा की त्रिमूर्ति यानी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालेंगे। यानी इन तीनों नेताओं पर भाजपा को जिताने की जिम्मेदारी रहेगी।
विजयपुर विधानसभा सीट रामनिवास रावत के इस्तीफा देने से रिक्त हुई है। रामनिवास रावत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और मंत्री बनाए गए हैं। परंपरागत बुधनी सीट पर जीत का अंतर बरकरार रखने की जिम्मेदारी तो केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है, वहीं श्योपुर की विजयपुर सीट पर वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत की प्रतिष्ठा बचाने के लिए संगठन और सरकार जुट गए हैं। भाजपा संगठन ने राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को बुधनी विधानसभा सीट का प्रभारी और पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है। ये नेता दोनों क्षेत्रों में प्रवास करेंगे और प्रत्याशी के बारे में पार्टी को सलाह देंगे। अब भाजपा का फोकस बूथवार वोट प्रतिशत बढ़ाने पर हैं। बुधनी के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर नामों का पैनल बनाया जा रहा है।
कांग्रेस कराएगी सर्वे
दोनों सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस ने प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं और अब सर्वे भी कराया जाएगा। यह काम पार्टी के ही अन्य जिलों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के माध्यम से होगा। प्रभारियों की रिपोर्ट और सर्वे में आए नाम को स्थानीय समीकरणों के हिसाब से देखते हुए केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को बुधनी और राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह को उपचुनाव के लिए समिति का प्रमुख बनाया है।
विजयपुर से रावत, बुधनी में कई दावेदार
श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से भाजपा का प्रत्याशी लगभग तय है। वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत यहां से चुनाव लड़ेंगे। वहीं बुधनी में कई दावेदार सक्रिय हैं। बुधनी विधानसभा सीट पर 20 साल से अधिक समय से भाजपा का कब्जा रहा है। यहां से शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतते रहे हैं। बुधनी से शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान, पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रहे रवीश चौहान टिकट की रेस में हैं।
वर्ष 2005 में शिवराज सिंह के लिए सीट खाली करने वाले पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भी टिकट की दौड़ में हैं। विजयपुर में रामनिवास रावत ही भाजपा प्रत्याशी होंगे। कांग्रेस विजयपुर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी पर दांव लगाना चाहती थी। सीताराम ने ही वर्ष 2018 में भाजपा के टिकट पर रामनिवास रावत को हराया था लेकिन भाजपा ने वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सीताराम आदिवासी का टिकट काटकर बाबूलाल मेवरा को दे दिया था। सीताराम ने समय-समय पर अपनी नाराजगी भी जताई। भाजपा ने उन्हें सहरिया विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना दिया। अब कांग्रेस किसी दूसरे आदिवासी प्रत्याशी के नाम पर भी विचार कर रही है।
यह भी पढ़े-: