बीसीसीआई और मौजूद प्रबंधन ने चहल का करियर बर्बाद कर दिया
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारत की टीम को लेकर बहस और चर्चा जारी है। भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल खड़े किए हैं।

पूर्व क्रिकेटर और कमेंट्रेटर आकाश चोपड़ा ने लगाए गंभीर आरोप
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारत की टीम को लेकर बहस और चर्चा जारी है। भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल खड़े किए हैं। आकाश ने कहा है कि चहल का करियर बीसीसीआई और टीम प्रबंधन द्वारा बिना किसी स्पष्ट कारण के समाप्त हो गया है। आकाश ने कहा कि चहल के आंकड़े तब भी प्रभावशाली थे जब उन्हें दो साल पहले वनडे मैचों से हटाया गया था। चहल हाल ही में अपनी पत्नी धनश्री वर्मा से तलाक की अटकलों को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2024/25 में भी भाग नहीं लिया था।
अच्छे प्रदर्शन के बावजूद रखा बाहर-
अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश ने कहा कि युजवेंद्र चहल को लंबे समय तक भारत की वनडे टीम से बाहर रखा गया, जबकि उनका प्रदर्शन खराब नहीं था। उन्होंने कहा, चहल का पूरी तरह से अंत हो गया है। उनकी फाइल बंद कर दी गई है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने (टीम मैनेजमेंट) ऐसा क्यों किया। यह एक दिलचस्प मामला है। वह आखिरी बार जनवरी 2023 में खेले थे। इसलिए उन्हें दो साल हो गए हैं। उनके नंबर भी बहुत अच्छे हैं। उन्होंने काफी विकेट चटकाए हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
अगस्त 2023 से बाहर हैं टीम से-
चहल ने अगस्त 2023 के बाद से किसी भी प्रारूप में भारत के लिए नहीं खेले हैं। इस रिस्ट स्पिनर ने विजय हजारे ट्रॉफी 2024/25 को मिस किया था। आकाश ने कहा कि उन्हें दो साल तक नहीं मौका देने का मतलब है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टीम के लिए कभी दावेदार नहीं थे। आकाश ने कहा कि चहल की फाइल दो साल से बंद पड़ी है, और अब उनके लिए कोई स्थान नहीं है, क्योंकि अगर अचानक उन्हें टीम में शामिल किया जाता है, तो इसे पिछे हटने जैसा माना जाएगा। भारत ने चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर के रूप में चार स्पिन गेंदबाजी विकल्प चुने हैं, लेकिन चहल नहीं हैं। न ही चहल को भारत की टी20 टीम में शामिल किया गया है। चहल पिछले साल टी20 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन एक भी मैच नहीं खेले थे।