महाराष्ट्र में भाजपा का होगा मुख्यमंत्री...फडणवीस पर रजामंदी, शिंदे पिछड़े
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। हालांकि राकांपा प्रमुख अजीत पवार के देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दिए जाने के बाद वे खुद दौड़ से हट गए हैं तो वहीं शिवसेना के एकनाथ शिंदे की दावेदारी भी कमजोर पड़ती नजर आ रही है।
मुंबई।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। हालांकि राकांपा प्रमुख अजीत पवार के देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दिए जाने के बाद वे खुद दौड़ से हट गए हैं तो वहीं शिवसेना के एकनाथ शिंदे की दावेदारी भी कमजोर पड़ती नजर आ रही है।
महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। अगर आज मुख्यमंत्री का फैसला नहीं होता है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर रजामंदी बनती नजर आ रही है। अब सभी की निगाहें भाजपा आलाकमान पर लगी हुई हैं। कई राज्यों में चौंकाने वाले फैसले लेने वाली भाजपा महाराष्ट्र में भी कोई चौंकाने वाला फैसला ले सकती है।
सोरेन सरकार में पांच नए चेहरे, कांग्रेस से चार, राजद से एक विधायक
इंडिया गठबंधन के घटक दल झामुमो, कांग्रेस, राजद के विधायक दल की अलग-अलग बैठक हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास में संयुक्त रूप से इंडिया गठबंधन के विधायक जुटे। बैठक में हेमंत सोरेन को इंडिया विधायक दल का नेता चुना गया। मंत्रिमंडल का फॉर्मूला भी लगभग तय कर लिया गया है।
सरकार में झामुमो के मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री, कांग्रेस के चार मंत्री और राजद के एक मंत्री हो सकते हैं। माले की ओर से मंत्री पद की मांग पर इंडिया गठबंधन सकारात्मक रुख रख सकता है और एक पद दिया जा सकता है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनने वाले मंत्रिमंडल में कम से कम पांच नए चेहरे शामिल होंगे। पुराने मंत्री अगर फिर से बने तो छह मंत्री बन सकेंगे। झामुमो कोटे से दीपक बिरुवा, हफीजुल हसन, रामदास सोरेन फिर से मंत्री बन सकते हैं। महिला कोटा से लुईस मरांडी या सविता महतो में से एक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।पिछली सरकार में सामान्य कोटे से मिथिलेश ठाकुर पलामू प्रमंडल से जीते गए थे।
ऐसे में इस बार इस प्रमंडल से नवनिर्वाचित विधायक अनंत प्रताप देव के मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे हैं। इनके अलावा रवींद्र नाथ महतो, मथुरा महतो, उमाकांत रजक, भूषण तिर्की भी रेस में हैं। राजद से सुरेश पासवान, संजय प्रसाद यादव और संजय कुमार सिंह यादव में से कोई एक मंत्री बन सकता है। हालांकि राजद ने सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता बना दिया है। ऐसे में उनके मंत्री बनने की संभावना ज्यादा जताई जा रही है।