ऑनलाइन फ्रॉड से सावधान...एक्सट्रा अर्निंग के नाम पर हो रहे ऑनलाइन स्कैम 

इन दिनों सबसे ज्यादा स्कैम वर्क फ्रॉम होम के नाम पर किए जा रहे हैं। जी हां कोविड से शुरू हुए ट्रेंड को लेकर लोग इतने उत्सुक हैं कि घर बैठे भी अर्निंग कर सकते हैं। वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट कोरोना में ही सामने आया था।

Jun 10, 2024 - 15:10
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ऑनलाइन फ्रॉड से सावधान...एक्सट्रा अर्निंग के नाम पर हो रहे ऑनलाइन स्कैम 
Beware of online fraud... Online scams happening in the name of extra earning

इन दिनों सबसे ज्यादा स्कैम वर्क फ्रॉम होम के नाम पर किए जा रहे हैं। जी हां कोविड से शुरू हुए ट्रेंड को लेकर लोग इतने उत्सुक हैं कि घर बैठे भी अर्निंग कर सकते हैं। वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट कोरोना में ही सामने आया था। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर पूरे दिन कुछ इस तरह के पेज और लिंक बार-बार यूजर्स के सामने आती हैं। जिनमें पार्ट टाइम, फुल टाइम और एक दिन का 30 से 50 हजार रुपए तक कमा लेने का लालच दिया जाता है। खास तौर से महिलाएं इन पर विश्वास कर लेती हैं और स्कैम में फंस जाती हैं। युवा भी इन स्कैम्स का शिकार हो रहे हैं। ऑनलाइन होने वाले इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए लगातार लोगों को जागरुक किया जा रहा है। 

इन तरीकों से होता है स्कैम 

जब से मोबाइल में ऑनलाइन पेमेंट, शॉपिंग जैसी चीजें बढ़ी हैं, तब से साइबर अटैक्स का खतरा भी बढ़ा है। साइबर अटैक में फिशिंग, विशिंग और स्मीशिंग जैसे तरीके पॉपुलर हैं। फिशिंग में साइबर हैकर ईमेल का सहारा लेते हैं। वहीं फिशिंग में साइबर हैकर ईमेल का सहारा लेते हैं। वहीं विशिंग और स्मीशिंग में फोन नंबर के सहारे लोगों के साथ फ्रॉड किया जाता है। इसमें टेक्स्ट मैसेज भेजकर बताया जाता है कि बैंक, बिजनेस या सरकारी एजेंसी की तरफ से आपसे पूछताछ की जा रही है। इसमें लिखा होता है कि आपके अकाउंट पर कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई हैं। ऐसा मैसेज इसलिए भेजा जाता है ताकि सामने वाला व्यक्ति डर जाए और उससे बचने का उपाय पूछे। इसी कोशिश में वह अपनी जरूरी सूचना लीक कर बैठता है। 

अननॉन लिंक पर क्लिक न करें

इन दिनों एक्सट्रा अर्निंग के नाम पर टेलीग्राम, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ लिंक शेयर किए जा रहे हैं। जिसमें बोनस पॉइंट्स का लालच दिया जाता है और यही से लोग स्कैम में फंसते चले जाते हैं। पहले तो 500 से हजार रुपए तक की अर्निंग होती है, लेकिन जैसे-जैसे व्यक्ति का उस लिंक और साइट पर विश्वास बढ़ता जाता है। वैसे-वैसे व्यक्ति के साथ फ्रॉड भी बढ़ता जाता है। उनसे ज्यादा पैसे डिमांड किए जाते हैं उसके बदले ज्यादा पैसा देने का वादा किया जाता है। जब यूजर पैसे ट्रांसफर कर देता है तो उनके पैसे फंस जाते हैं। ये एक ऐसा स्कैम है जहां पर यूजर स्वयं ही अपने अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करता है। पेमेंट सक्सेसफुल होती है और फिर बैंक भी इस पर कुछ नहीं कर पाता। इसी तरह के स्कैम के मामले इन दिनों बढ़ रहे हैं। जिसे लेकर जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। साथ ही इस पर साइबर क्राइम विभाग द्वारा वीडियो और मैसेज भेजकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है।