मध्य प्रदेश में सबसे पहले आएगा भिंड का चुनाव परिणाम, खजुराहो कराएगा इंतजार
प्रदेश में मतदान के बाद अब लोगों को मतगणना का इंतजार बना हुआ है। इस बीच कांग्रेस व भाजपा के दावों प्रतिदावों के बीच लोगों में हार-जीत को लेकर उत्सुकता बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में जिन सीटों पर रोचक मुकाबले का अनुमान है, उनको लेकर अब चौक चौराहों से लेकर चायपान तक की दुकानों पर अपने-अपने अनुमान लगाए जा रहे हैं।
प्रदेश में मतदान के बाद अब लोगों को मतगणना का इंतजार बना हुआ है। इस बीच कांग्रेस व भाजपा के दावों प्रतिदावों के बीच लोगों में हार-जीत को लेकर उत्सुकता बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में जिन सीटों पर रोचक मुकाबले का अनुमान है, उनको लेकर अब चौक चौराहों से लेकर चायपान तक की दुकानों पर अपने-अपने अनुमान लगाए जा रहे हैं। इस बीच आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पहला चुनाव परिणाम भिंड लोकसभा सीट से आएगा, जबकि सबसे अंत में खजुराहो सीट का घोषित होगा। भले ही खजुराहो सीट पर कांग्रेस या अन्य किी दल की चुनौति भाजपा के सामने नहीं रही है, लेकिन फिर भी यह वो सीट है, जहां पर चुनावी परिणाम के लिए सर्वाधिक 24 राउंड पूरा होने का इंतजार करना पड़ेगा।
खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में पन्ना जिले की पवई विधानसभा क्षेत्र में 24 राउंड की गणना होगी। सबसे कम 11 राउंड की गणना भिंड लोकसभा क्षेत्र में दतिया जिले की सेंवड़ा विधानसभा सीट पर होगी। हर विधानसभा में मतगणना के लिए 14 से अधिकतम 28 टेबल लगाई जाएंगी। सबसे ज्यादा 28 टेबल बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के सिवनी जिले की सिवनी विधानसभा में लगेगी। मंडला के केवलारी, लखनादौन और विदिशा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में भी 28 टेबल लगेंगी। इसी तरह बालाघाट विधानसभा में 26 टेबल लगेंगी। अन्य स्थानों पर आवश्यकता के अनुसार 14 से 26 टेबलें लगेगी मतगणना के लिए। 52 जिलों में स्ट्रॉन्ग रूम बनाए गए हैं, जहां चार जून को वोटों की गिनती होगी। मतगणना के दिन सुबह सात बजे ऑब्जर्वर और प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्ट्रॉन्ग रूम को खोला जाएगा। जहां टेबल की संख्या के अनुसार कंट्रोल यूनिट को कर्मचारी निकालकर पहले से तय टेबल पर रखेंगे। हर टेबल पर तीन अधिकारी माइक्रो ऑब्जर्वर, काउंटिंग सुपरवछ्जर और काउंटिंग असिस्टेंट बैठेंगे। चौधी तरफ जाली के बाहर प्रत्याशियों के एजेंट मौजूद रहेंगे। उन्हें कंट्रोल यूनिट लाने पर उसका पोलिंग बूध का एड्रेस और नंबर दिखाया जाएगा। जिसकी एक कॉपी पहले से उनके पास होगी। इसमें यह दर्ज होगा कि कौन-सी मशीन किस मतदान केंद्र की है। इसके बाद हर ईवीएम की सील को खोली जाएगी। यूनिट ऑन होते ही वह बताएगी कि किस प्रत्याशी को कितने वोट मिले। मतदान के दिन पीठासीन अधिकारी ने मशीन को क्लोज कर दिया था। माइको ऑब्जर्वर यूनिट में रिजल्ट का बटन दवाएंगे। इसके बाद मशीन प्रोसेस कर उम्मीदवारों की जानकारी, वोटिंग शुरू और खत्म होने की जानकारी देगी। फिर उम्मीदवारों को मिले वोटों की जानकारी सामने आएगी। यह जानकारी एक प्रोफॉर्मा में दर्ज की जाएगी यह प्रक्रिया पूरी होते ही प्रत्याशियों के एजेंट्स से हस्ताक्षर लिए जाएंगे।