अंतरिक्ष में मिला सूर्य से 33 गुना ज्यादा बड़ा ब्लैक होल
अंतरिक्ष से एक बेहद ही दिलचस्प खबर सामने आई है। अंतरिक्ष विज्ञानियों को मिल्की वे में ऐसा ब्लैक होल मिला है जो सूर्य से भी 33 गुना ज्यादा बड़ा है।
वैज्ञानियों ने माना, बाय चांस मिला ब्लैक होल
अंतरिक्ष से एक बेहद ही दिलचस्प खबर सामने आई है। अंतरिक्ष विज्ञानियों को मिल्की वे में ऐसा ब्लैक होल मिला है जो सूर्य से भी 33 गुना ज्यादा बड़ा है। इस संबंध में हाल ही में एक स्टडी प्रकाशित की गई है। अंतरिक्ष एक ऐसे जगह है जहा बहुत से रहस्य छुपे हुए है। जिन्हें ढूंढने में धरती पर रहने वाले वैज्ञानिक दिन रात एक कर रहे हैं। उनकी खोज में कभी कुछ नए ग्रहों का पता चलता है तो कभी कोई नया सोलर सिस्टम नजर आता है और कभी ऐसी चीजें भी नजर आती हैं जो मौजूद और सबसे शक्तिशाली ग्रह या सितारे से भी ज्यादा बड़ी होती हैं। ये ब्लैक होल भी ऐसा ही है।
त्रड्डद्बड्ड क्च॥3. दिया गया नाम-
इस ब्लैक होल का नाम रखा गया है त्रड्डद्बड्ड क्च॥3. पैरिस की ऑब्जर्वेटरी में स्थित नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के एस्ट्रोनोमर क्कड्डह्यह्नह्वड्डद्यद्ग क्कड्डठ्ठह्व55श ने इस बारे में एएफपी से चर्चा में बताया कि इस ब्लैक होल की खोज बाय चांस ही हो गई। जिसका डाटा यूरोपियन स्पेस एजेंसी के त्रड्डद्बड्ड मिशन ने कलेक्ट किया है. त्रड्डद्बड्ड मिल्की वे गैलेक्सी की मेपिंग के लिए लगाया गया है, जो क्च॥3 2,000 लाइट ईयर्स की दूरी पर है और ्रह्नह्वद्बद्यड्ड कान्सटिलेशन में लगाया गया है। इस टेलिस्कोप का काम है सितारों की सही सही पोजीशन बताना. ताकि एस्ट्रोनोमर्स उनकी पूरी तरह से स्टडी कर सकें।
ग्राउंड टेलीस्कोप से भी की गई स्टडी-
इसके आगे के स्टडी ग्राउंड टेलीस्कोप की मदद से की गई। जिसने ये कंफर्म किया कि वो ब्लैक होल ही है और ये पहले मिले ब्लैक होल से काफी बड़ा है। एस्ट्रोनोमर ने इस बारे में कहा कि कोई नहीं सोच सकता था कि इतना बड़ा ब्लैक होल हमारे इतना नजदीक है। ऐसा नजारा पूरी रिसर्च के दौरान कभी कभार ही देखने को मिलता है। ब्लैक होल्स तब बनते हैं जब कोई बड़ा स्टार खत्म हो जाता है। लेकिन ऐसे बड़े ब्लैक होल बनने का कारण अब भी एक राज ही है।