सीबीआई ने शिमला के ईडी ऑफिस में मारा छापा
भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में सीबीआई की चंडीगढ़ टीम ने शिमला के स्ट्रॉबेरी हिल्स स्थित ईडी के कार्यालय पर छापा मारा।

बिचौलिए के साथ डिप्टी डायरेक्टर फरार, खंगाले जा रहे रिकॉर्ड
भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में सीबीआई की चंडीगढ़ टीम ने शिमला के स्ट्रॉबेरी हिल्स स्थित ईडी के कार्यालय पर छापा मारा। सीबीआई की कार्रवाई से पहले ही रिश्वत के आरोपी ईडी का डिप्टी डायरेक्टर एक बिचौलिए के साथ फरार हो गया था। सीबीआई ने कार्यालय में घंटों तक तलाशी ली और कई फाइलें तथा अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। कहा जा रहा है कि आरोपी अवैध वसूली की रकम भी साथ लेकर फरार हो गया है।
जगह-जगह सीबीआई की दबिश-
आरोपियों की तलाश में सीबीआई की टीम विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। शिमला स्थित डिप्टी डायरेक्टर के आवास पर भी छापा मारा गया। मंगलवार शाम तक सीबीआई की टीम शिमला में ईडी के कार्यालय की तलाशी लेती रही। शिमला में ईडी के डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) से संबंधित एक मामले की जांच चल रही थी।
प्रकरण निपटाने आरोपियों से मांगे लाखों-
सीबीआई के हाथ लगे कई सुबूत-
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी को आरोपी के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिनमें अवैध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से प्राप्त साक्ष्य शामिल हैं। आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई की एक टीम शिमला से बाहर भी भेजी गई है। कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने शिमला स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों को भी साथ लिया। ईडी दफ्तर में सीबीआई की रेड काफी चर्चा में रही, क्योंकि ये दोनों केंद्रीय जांच एजेंसियां हैं—ईडी धन शोधन से संबंधित मामलों की जांच करती है, जबकि सीबीआई भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच करती है।
ईडी दफ्तर को 36 घंटे से मौजूद सीबीआई-
सीबीआई की टीम ने मंगलवार सुबह ईडी के दफ्तर में छापा मारा। इसके बाद कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों को न तो बाहर जाने की अनुमति दी गई और न ही किसी को अंदर आने दिया गया। मंगलवार को शुरू हुई यह रेड बुधवार देर शाम तक जारी रही, और 36 घंटे तक सीबीआई ने ईडी के दफ्तर में दस्तावेजों की जांच की। मामले से जुड़े एक सीबीआई अधिकारी ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है, लेकिन इसके अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई। ईडी कार्यालय को अंदर से बंद कर दिया गया था, और कुछ कर्मचारी दफ्तर के बाहर भी तैनात रहे। क्रिसमस की छुट्टी के बावजूद, ईडी के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को दफ्तर बुलाया गया था। सीबीआई की इस रेड ने काफी चर्चा का विषय बना दिया।