मेघा इंजीनियरिंग और कमलनाथ के जरिए मिला था कैश
इनकम टैक्स विभाग की ओर से कांग्रेस पार्टी को भेजे गए 1,800 करोड़ रुपये के रिकवरी नोटिस मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। कांग्रेस को यह नोटिस जारी करने के पीछे की वजह सामने आई है।
कांग्रेस को 1800 करोड़ के रिकवरी नोटिस में सामने आई जानकारी
इनकम टैक्स विभाग की ओर से कांग्रेस पार्टी को भेजे गए 1,800 करोड़ रुपये के रिकवरी नोटिस मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। कांग्रेस को यह नोटिस जारी करने के पीछे की वजह सामने आई है। अप्रैल 2019 के इनकम टैक्स सर्च से पता चला है कि कांग्रेस ने भी कमलनाथ ओर मेघा इंजीनियरिंग के जरिए कैश प्राप्त किया था। कई सालों तक मिला कैश 626 करोड़ रुपए तक था। मेघा इंजीनियरिंग से पाया गया कैश ठेकों के लिए था, जबकि कमलनाथ से मिला कैश एक बड़े कथित भ्रष्टाचार घोटाले का था, जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, मंत्रियों, व्यापारियों समेत कई लोगों से रिश्वत वसूली शामिल थी। कई तरीकों से इसकी पुष्टि हुई है, जैसे सर्च के वक्त मिले दस्तावेज़, व्हाट्सएप मैसेज, दर्ज किए गए बयान आदि।
कांग्रेस ने की शर्तों की अनदेखी-
इनकम टैक्स एक्ट की धारा 13ए के तहत, शर्तें पूरी करने वाले राजनीतिक दल को इनकम में छूट दी जाती है। इन शर्तों में 2000 रुपए से ज्यादा नकद स्वीकार न करना भी शामिल है। लेकिन कांग्रेस ने ये शर्तें पूरी नहीं कीं। जिस वजह से पार्टी को टैक्स में छूट नहीं दी गई।
चुनाव से पहले आईटी का नोटिस क्यों-
पार्टी को इनकम टैक्स नोटिस अभी दिए जाने की वजह यह है कि असेसमेंट के लिए 31 मार्च 2024 की समय सीमा है। इस तारीख तक यह काम पूरा किया जाना था। अगर कांग्रेस को लगता है कि वह निर्दोष है, तो उसके पास पूरे असेसमेंट ऑर्डर को जनता के लिए जारी करने की चुनौती है। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। कांग्रेस को भेजे गया नोटिस इनकम टैक्स विभाग की तरफ से एसेसमेंट इयर 2017-18 से 2020-21 के लिए है, इसमें जुर्माना और ब्याज दोनों शामिल है। लोकसभा चुनाव से पहले नए नोटिस को नकदी संकट से जूझ रही कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है। इसे पूरे मामले को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने सरकार बदलने पर उचित कार्रवाई की गारंटी भी दी है।