जम्मू-काश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद, 8 दिन पहले ड्यूटी पर लौटा था
जम्मू-काश्मीर के कठुआ स्थित सैदा सुखल गांव हीरानगर में हुए आंतकी हमले में सीआरपीएफ के जवान कबीर दास गोली लगने से शहीद हो गए। कबीर दास के शहीद होने की खबर से उनके पैतृक निवास पुलपुलडोह तहसील बिछुआ जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में मातम छा गया। कबीर दास 8 दिन पहले ही छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे।
जम्मू-काश्मीर के कठुआ स्थित सैदा सुखल गांव हीरानगर में हुए आंतकी हमले में सीआरपीएफ के जवान कबीर दास गोली लगने से शहीद हो गए। कबीर दास के शहीद होने की खबर से उनके पैतृक निवास पुलपुलडोह तहसील बिछुआ जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में मातम छा गया। कबीर दास 8 दिन पहले ही छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के ग्राम पुलपुलडोह बिछुआ के रहने वाले कबीर दास ने वर्ष 2011 में सीआरपीएफ ज्वाइन किया था। चार साल पहले उनकी शादी हुई। घर में मां इंदरवति उईके, पत्नी ममला, छोटा भाई हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है। 20 दिन की छुट्टी के बाद कबीरदास आठ दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे, कठुआ में हुए आंतकी हमले में कबीर दास को गोली लग गई। जिसके चलते उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर बुधवार सुबह उपचार के दौरान कबीर दास का निधन हो गया। कबीर दास के शहीद होने की खबर से छिंदवाड़ा सहित उनके गांव में मातम पसरा है। सीआरपीएफ के जवान कबीर दास की पार्थिव देह विशेष विमान से नागपुर पहुंचेगा। गुरुवार को शहीद जवान कबीर दास का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव पुलपुलडोह में किया जाएगा। कबीरदास के शहीद होने की खबर मिलते ही छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू व महापौर विक्रम अहाके उनके घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। इस मौके पर पूर्व सांसद नकुलनाथ ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है कि आपके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा।