जम्मू-काश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद, 8 दिन पहले ड्यूटी पर लौटा था

जम्मू-काश्मीर के कठुआ स्थित सैदा सुखल गांव हीरानगर में हुए आंतकी हमले में सीआरपीएफ के जवान कबीर दास गोली लगने से शहीद हो गए। कबीर दास के शहीद होने की खबर से उनके पैतृक निवास पुलपुलडोह तहसील बिछुआ जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में मातम छा गया। कबीर दास 8 दिन पहले ही छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे।

Jun 12, 2024 - 17:51
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जम्मू-काश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद, 8 दिन पहले ड्यूटी पर लौटा था

जम्मू-काश्मीर के कठुआ स्थित सैदा सुखल गांव हीरानगर में हुए आंतकी हमले में सीआरपीएफ के जवान कबीर दास गोली लगने से शहीद हो गए। कबीर दास के शहीद होने की खबर से उनके पैतृक निवास पुलपुलडोह तहसील बिछुआ जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में मातम छा गया। कबीर दास 8 दिन पहले ही छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के ग्राम पुलपुलडोह बिछुआ के रहने वाले कबीर दास ने वर्ष 2011 में सीआरपीएफ ज्वाइन किया था। चार साल पहले उनकी शादी हुई। घर में मां इंदरवति उईके, पत्नी ममला, छोटा भाई हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है। 20 दिन की छुट्टी के बाद कबीरदास आठ दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे, कठुआ में हुए आंतकी हमले में कबीर दास को गोली लग गई। जिसके चलते उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर बुधवार सुबह उपचार के दौरान कबीर दास का निधन हो गया। कबीर दास के शहीद होने की खबर से छिंदवाड़ा सहित उनके गांव में मातम पसरा है। सीआरपीएफ के जवान कबीर दास की पार्थिव देह विशेष विमान से नागपुर पहुंचेगा। गुरुवार को शहीद जवान कबीर दास का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव पुलपुलडोह में किया जाएगा। कबीरदास के शहीद होने की खबर मिलते ही छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू व महापौर विक्रम अहाके उनके घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। इस मौके पर पूर्व सांसद नकुलनाथ ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है कि आपके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा। 

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।