भगवामय माहौल के बीच मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों ने ली शपथ
दिल्ली की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में रामलीला मैदान भगवामय हो गया। भारत माता की जय , जय श्री राम के उद्घोष हुआ। राष्ट्रगान के दौरान जनसैलाब ने अनुशासन की मिसाल पेश की। इसके बाद उपराज्यपाल(एलजी) वीके सक्सेना ने माइक संभाला और शपथ ग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई। परंपरा के अनुसार, सबसे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शपथ ली, जिसके बाद मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।

मंच पर देशभर के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी यह बताती है कि बीजेपी की सरकार बनते ही पूरे देश में एक अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है। लोगों को बीजेपी सरकार से काफी उम्मीदें है कि दिल्ली की आवो हवा में उन्हें बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान पार्टी के हजारों समर्थक और स्वयं प्रधानमंत्री इस पल के साक्षी बने। दिल्ली की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में रामलीला मैदान भगवामय हो गया। भारत माता की जय , जय श्री राम के उद्घोष हुआ। राष्ट्रगान के दौरान जनसैलाब ने अनुशासन की मिसाल पेश की। इसके बाद उपराज्यपाल(एलजी) वीके सक्सेना ने माइक संभाला और शपथ ग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई। परंपरा के अनुसार, सबसे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शपथ ली, जिसके बाद मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
जानिए, कौन-कौन बने मंत्री
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बाद प्रवेश वर्मा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली, जो मुख्यमंत्री पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। उनके बाद आशीष सूद, मनजिंदर सिरसा, रविंद्र इंद्राज, कपिल मिश्रा और पंकज सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। इन सभी नामों को बुधवार को विधायक दल की बैठक में अंतिम रूप दिया गया था।
शपथ ग्रहण समारोह से बड़ा राजनीतिक संदेश
दिल्ली सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के कई प्रतीकात्मक अर्थ हो सकते हैं, और बीजेपी ने इसे एक मजबूत संदेश देने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया। मंच पर बीजेपी और एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे। महाराष्ट्र, गोवा, और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जहां समारोह की शोभा बढ़ा रहे थे, वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और डिप्टी सीएम पवन कल्याण की उपस्थिति भी खास रही।
स्वाति मालीवाल की मौजूदगी ने बटोरी सुर्खियां
इस बीच, कैमरे ने एक और खास चेहरे को कैद किया—आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल। कभी अरविंद केजरीवाल की करीबी रहीं मालीवाल की उपस्थिति ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी। सीएम आवास पर उनके साथ हुई कथित अमानवीय घटना के बाद उनका आम आदमी पार्टी से नाता लगभग टूट चुका था, और इस मंच पर उनकी मौजूदगी ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि अब वह बीजेपी के करीब आ चुकी हैं।