दो साल में जोड़ी करोड़ों की काली कमाई
सिर्फ 35 हजार रुपये की सैलरी पाने वाले एक छोटे से बैंक मैनेजर के पास आज करोड़ों की दौलत है और वो आलीशान जिंदगी का मालिक बन गया है। इस करोड़पति का नाम है अनुभव दुबे, जो फर्जी रजिस्ट्री करने वाली गैंग का सरगना है।
फर्जी रजिस्ट्री के जालसाजों की एशोआराम की जिंदगी बेहद चौंकाने वाली, मास्टरमाइंड अनुभव दुबे सिर्फ दो साल में दो करोड़ के फ्लैट और लग्जरी गाड़ियों का बना मालिक
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।
सिर्फ 35 हजार रुपये की सैलरी पाने वाले एक छोटे से बैंक मैनेजर के पास आज करोड़ों की दौलत है और वो आलीशान जिंदगी का मालिक बन गया है। इस करोड़पति का नाम है अनुभव दुबे, जो फर्जी रजिस्ट्री करने वाली गैंग का सरगना है। आरोपी अनुभव दुबे ने केवल दो साल में एक-एक करोड़ के दो फ्लैट और 4 लग्जरी गाड़ियां खरीदी हैं। परिवार के नाम पर दो फ्लैट के साथ बेनामी संपत्ति भी है।
गैरतलब है कि मध्यप्रदेश के जबलपुर में एसटीएफ ने इस गैंग को 9 सदस्य
लोग मिलकर ऑपरेट कर रहे थे इसलिए इसे स्पेशल-9 नाम दिया गया है। सभी आरोपी गिरफ्तार हैं। उनके कब्जे से फर्जी रजिस्ट्री सहित आधार कार्ड, पैन कार्ड और सीलें भी बरामद की गई हैं। शुरुआती कार्रवाई में 15 फर्जी रजिस्ट्री बरामद की गई थीं, यह संख्या बढ़कर अब 60 से ज्यादा हो गई हैं। इस गैंग के सदस्य फर्जी रजिस्ट्री लगाकर बैंक से लोन लेते थे।
फर्जीवाड़े में सबकी अलग-अलग भूमिकाएं-
गिरोह का एक सदस्य प्रवीण पांडे अकाउंट होल्डर बनता था। उसने कभी शेख सलीम तो कभी प्रवीण काले बनकर शहर के एक नहीं बल्कि कई बैंकों में खाते खुलवाए और फिर फर्जी रजिस्ट्री जमा कर लोन लिया। एक्सिस बैंक में अनुभव दुबे और हिंदुजा बैंक में संदीप चौबे की मदद से प्रवीण ने अलग-अलग नाम की फर्जी रजिस्ट्री लगाकर लोन लिए। गिरोह का एक और सदस्य पुनीत उर्फ राहुल पांडे माढोताल स्थित जना बैंक का कर्मचारी था। इसकी मदद से प्रवीण ने जना बैंक में 6 फर्जी रजिस्ट्री लगाकर करीब 1 करोड़ रुपए का लोन लिया। प्रवीण ने एक्सिस बैंक, जना बैंक, हिंदुजा बैंक, इंडिया शेल्टर हाउसिंग फाइनेंस से भी अच्छा खासा लोन लिया था। एसटीएफ की जांच में पुष्टि हुई है कि गैंग ने अभी तक करीब 6 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया है।
किस खाते में पहुंची काली कमाई-
अनुभव दुबे ने दो साल पहले प्लानिंग मैनेजर के रूप में एक्सिस बैंक ज्वॉइन किया था। सैलरी 35 हजार रुपए महीना होने के बावजूद शहर के सबसे पॉश इलाके नर्मदा एवेन्यू में अनुभव के चार फ्लैट होने की जानकारी मिली है। हालांकि, एसटीएफ को अभी तक एक-एक करोड़ के दो फ्लैट के दस्तावेज ही मिले हैं। एक फ्लैट में अनुभव अपनी पत्नी के साथ रहता है जबकि दूसरे फ्लैट में उसकी सास रहती है। अनुभव के ससुर की गोरखपुर में गैस एजेंसी है। एसटीएफ ने अभी तक की जांच में ये भी पाया है कि अनुभव अपनी काली कमाई पत्नी और अन्य रिश्तेदारों के बैंक खातों में ट्रांसफर करता था। इसी पैसे से अलग-अलग नामों से प्रॉपर्टी खरीदी जाती थी।
हर छह महीने में फॉरेन टूर-
अनुभव ने 2022 में जबलपुर में ही लव मैरिज की थी। इसके बाद पत्नी और सास के साथ विदेश यात्रा पर घूमने गया था। वहां परिवार के साथ 12 दिन तक रुका था। वह 2023 में घूमने के लिए दुबई भी गया था। वह हर छह महीने में पत्नी और रिश्तेदारों के साथ हॉलीडे टूर पर जाता था। अनुभव और उसकी पत्नी को लग्जरी गाड़ियों का भी शौक है। अनुभव के अलावा उसकी पत्नी, सास और ससुर सभी के पास अलग-अलग लग्जरी कारें हैं।
-जो दुनिया में नहीं, उनसे कमाया
गैंग का एक अन्य सदस्य राजेश डेहरिया लोगों को लोन दिलाने के नाम पर उनकी रजिस्ट्री अपने पास रखता था। राजेश ने जबलपुर के अधारताल में रहने वाले प्रमोद शर्मा का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराकर उसकी जमीन के खसरे से नाम हटाया और राजेश डेहरिया का नाम बदलकर खुद प्रमोद शर्मा का फर्जी बेटा राजेश शर्मा बन गया। इसके बाद राजेश ने प्रमोद शर्मा की जमीन का नामांतरण अपने नाम करा लिया। राजेश डेहरिया ने राजेश शर्मा के आधार कार्ड और पैन कार्ड की भी इतनी सफाई से नकल की थी कि सब चकमा खा गए। एसटीएफ भी प्रमोद शर्मा को तलाश रही है, जिसके नाम का राजेश ने उपयोग किया और जमीन के मार्फत लोन ले लिया। आशंका यह भी जताई जा रही है कि स्पेशल-9 गैंग ने मिलकर प्रमोद शर्मा को गायब करवा दिया है।