साइबर फ्रॉड से बचाने की पहल,कालेजों में नियुक्त होंगे वालेंटियर्स,उच्च शिक्षा विभाग का निर्णय
लगातार बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों में वालेंटियर्स नियुक्त करने का निर्णय लिया हैं शहर के एक महिला कॉलेज में हाल ही में छात्राओं के साथ ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग का मामले सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग कॉलेजों में साइबर वालेंटियर्स की नियुक्ति करेगा। एक कॉलेज में इनकी संख्या 50 तक होगी।
साइबर फ्रॉड बड़ी तेजी से बढ़ रहा हैं साइबर फ्रॉड ही नहीं इंटरनेट मीडिया पर फेक प्रोफाइल बनाने के साथ ही लोगों को बदनाम करने स्टॉकिंग जैसे मामले की सामने आ रहे हैं लगातार बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों में वालेंटियर्स नियुक्त करने का निर्णय लिया हैं मध्य प्रदेश के जबलपुर के एक महिला कॉलेज में हाल ही में छात्राओं के साथ ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग का मामले सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग कॉलेजों में साइबर वालेंटियर्स की नियुक्ति करेगा। एक कॉलेज में इनकी संख्या 50 तक होगी। उल्लेखनीय है कि छात्राओं की शिकायत सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग में हडकंप मचा हुआ है। नई पहल का उद्देश्य छात्र-छात्राओं की निजता और दस्तावेजों को सुरक्षित रखना है।
हर कॉलेज में होंगे 50 वॉलेंटियर्स
साइबर अपराधों को रोकने और छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए उच्च शिक्षा विभाग अब सभी कॉलेजों में साइबर वालंटियर्स की नियुक्ति का करेगा। प्रत्येक कॉलेज में 50 वालंटियर्स नियुक्त किए जाएंगे। इस योजना के तहत गृह मंत्रालय के अंतर्गत संचालित साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर के पोर्टल पर सायबर वॉलंटियर का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।
साइबर क्राइम विभाग देगा प्रशिक्षण
साइबर क्राइम की टीम भी इस प्रयास में सहयोग करेगी। ये टीम वालंटियर्स को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगी और साइबर अपराध से संबंधित मामलों में मार्गदर्शन करेगी। टीम का उद्देश्य छात्रों को साइबर अपराधों से बचाने के लिए जागरूक करना और उनकी मदद करना है, ताकि वे ऑनलाइन वातावरण में सुरक्षित पढ़ाई कर सकें। इसकी मॉनीटरिंग ग्रहमंत्रालय भी करेगा।
जिले भर में पहल
इस पहल की शुरुआत जिले के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में की जाएगी। विभाग का फोकस है कि इस तरह की साइबर अपराधों की घटनाओं को रोका जा सके और छात्रों को सुरक्षा प्रदान की जा सके। साइबर वालंटियर्स की नियुक्ति का नियुक्ति का नया निर्णय लिया गया है। विभाग का यह नया कदम एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे छात्रों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।