बहू की बर्बरता, सांस की बेबसता
मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहा शहर के शिंदे की छावनी इलाके में एक बेरहम बहू ने अपनी सास को बाल पकड़कर घसीटा, जमीन पर पटककर उसे लात-घूंसे मारे।

- बहू ने सांस पर बरसाए लात-घूंसे,
- पति को पिता और भाई से पिटवाया
मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहा शहर के शिंदे की छावनी इलाके में एक बेरहम बहू ने अपनी सास को बाल पकड़कर घसीटा, जमीन पर पटककर उसे लात-घूंसे मारे। इतना ही नहीं अपने पति को पिता व भाई और इनके साथ आए गुंडों से पिटवाया। इस वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो देख कर हर कोई बस यही कहा रहा है कि कोई इतना निर्दयी कैसे हो सकता है।
बेटे पर मां को वृद्धाश्रम भेजने का बना रही थी दबाब-
वो तो गनीमत रही कि आसपास रहने वाले लोगों ने समय रहते बीच-बचाव किया और दोनों को इनके चंगुल से बचा लिया। पीड़िता वृद्धा का कहना है कि उनकी बहू वृद्धाश्रम भेजने पर उतारू है, इसलिए वह बेटे पर दबाव बनाती है।
बेटे ने इंकार किया, तो उसे भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। अब वह और उसके परिवार वाले मारपीट पर उतर आए है। जिसके चलते घर तक छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। पीड़ित मां-बेटे अपनी शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे।
Gwalior, Madhya Pradesh: An incident occurred in Adarsh Colony, where a video of a daughter-in-law, along with her brother, assaulting her mother-in-law and husband went viral. pic.twitter.com/BmhTQZllPr — IANS (@ians_india) April 4, 2025
वृद्धा ने बहू पर लगाए कई गंभीर आरोप-
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-इसी दौरान सुरेंद्र कोहली, नानक कोहली गुंडों के साथ घर में घुस आए। बेटे की मारपीट शुरू कर दी। वह बचाने आई तो बहू नीलिका ऊपर से उतरकर आई। उसने बाल पकड़कर जमीन पर पटका। इसके बाद तो लात-घूंसें बरसाना शुरू कर दिए। उनकी आंख में घूंसे मारे।
-नीलिका के परिवार वाले बेटे को गुंडों के साथ मिलकर घसीटते हुए बाहर ले गए और उसे सड़क पर पटककर पीटा। वह बाहर गई, तो यहां दोबारा उनकी बहू ने हमला कर दिया। उसी समय पड़ोसी मदद के लिए आए।
-सरला ने बताया कि उनकी बहू कहती है कि घर छोड़ जा। घर नहीं छोड़ा तो तुझे और तेरे बेटे को जान से मार डालूंगी। उसने यह तक धमकी दी कि उसकी सुपारी दे दी है।
इंदरगंज पुलिस पर लापरवाही का आरोप-
सरला ने आरोप लगाया कि इस मामले में इंदरगंज पुलिस ने लापरवाही बरती। जब वह और उनका बेटा पहली बार शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे, तो एफआईआर दर्ज करने के बजाय पुलिस ने एनसीआर (गैर-आधिकारिक रिपोर्ट) दर्ज कर उन्हें लौटाया। इसके बाद ही अगले दिन एफआईआर दर्ज की गई।