पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की उठी मांग
पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा का जबलपुर में भी विरोध किया जा रहा है। जबलपुर में राष्ट्रीय हिंदू संगठन के सदस्यों ने राष्ट्रपति के नाम पत्र भेज कर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की आवाज बुलंद की है।

- राष्ट्रीय हिंदू संगठन ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम भेजा पत्र
- पश्चिम बंगाल में केरल और कश्मीर जैसे हालात बनाने का लगाया आरोप
- धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी हिंदुओं के साथ ज़्यादती और हिंसा किए जाने की जताई आशंका
- पश्चिम बंगाल में हिंसा और हिंदुओं के पलायन पर राष्ट्रीय हिंदू संगठन ने जताया दुख
- कड़े कदम उठाकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की राष्ट्रीय हिंदू संगठन में उठाई आवाज़
- पश्चिम बंगाल हिंसा की जांच के लिए अलग से S.I.T का गठन किए जाने की मांग
- केंद्रीय सुरक्षा बलों को पश्चिम बंगाल भेज कर हालातों पर नियंत्रण करने की राष्ट्रपति से मांग
जबलपुर/- पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा का जबलपुर में भी विरोध किया जा रहा है। जबलपुर में राष्ट्रीय हिंदू संगठन के सदस्यों ने राष्ट्रपति के नाम पत्र भेज कर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की आवाज बुलंद की है, इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों ने केंद्रीय सुरक्षा बलों को पश्चिम बंगाल भेज कर हालातों पर नियंत्रण पाने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की भी मांग की है। राष्ट्रीय हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह से हिंदुओं के साथ हिंसा की घटनाएं हो रही है और वे पलायन कर रहे हैं इससे साबित होता है कि पश्चिम बंगाल की सरकार इनकी रोकथाम के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के वर्तमान हालातों की तुलना केरल और कश्मीर से की है।
वक्फ बिल के मुद्दे पर सुलग रहा है बंगाल -
वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पास होने और इसके कानून बनने के बाद से ही पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा की वारदातें हो रही है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में तो हिंसक वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और यहां के कुछ इलाकों से हिंदू परिवारों के पलायन की भी खबरें सामने आ रही है जिसके बाद से ही पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब जबलपुर में भी हिंदूवादी संगठन ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है।