आरोपी शमीम का मकान तोड़ो, सलीम का घर क्यों तोड़ा:कांग्रेस विधायक
मध्य प्रदेश के जबलपुर में बीते दिन हुए जोरदार विस्फोट के एक्शन मोड में आई प्रशासनिक टीम पर कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया बरस पड़े। दरअसल शुक्रवार दोपर प्रशासन का अमला रद्दी चौकी सैफ नगर में मौजूद कबाड़खाने के मालिक शमीम कबाड़ी का मकान तोड़ने पहुंचा था।
जबलपुर में प्रशासन के अमले पर बरसे विधायक लखन घनघोरिया
मध्य प्रदेश के जबलपुर में बीते दिन हुए जोरदार विस्फोट के एक्शन मोड में आई प्रशासनिक टीम पर कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया बरस पड़े। दरअसल शुक्रवार दोपर प्रशासन का अमला रद्दी चौकी सैफ नगर में मौजूद कबाड़खाने के मालिक शमीम कबाड़ी का मकान तोड़ने पहुंचा था। लेकिन प्रशासन ने आरोपी शमीम कबाड़ी का मकान छोड़ पडोस में ही रहने वाले सगे भाई सलीम खान का मकान तोड़ दिया। मकान पर बुल्डोजर चलाने के पीछे प्रशासनिक टीम ने तर्क दिया कि मकान अवैध रूप से बना था, जिसको हटाने की कार्रवाई की गई है।
रद्दी चौकी सैफ नगर निवासी सलीम खान के मकान पर बुल्डोजर चलने की सूचना पर मौके पर पहुंचे पूर्व विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया प्रशासन से भिड़ गए। उन्होंने प्रशासन को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि खजरी खिरिया बायपास स्थित रजा मेटल्स इंडस्ट्रीज के मालिक आरोपी शमीम का मकान तोड़ो, किसी को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उसके भाई सलीम खान का मकान क्यों तोड़ा जा रहा है। शमीम और सलीम के बीच पिछले 25 सालों से बातचीत तक बंद है। दोनों भाई अलग-अलग रहते हैं। अलग-अलग कारोबार है। आरोपी शमीम की आड़ में निर्दोष सलीम का मकान क्यों तोड़ा गया। जिसपर प्रशासन ने अपना तर्क रखते हुए कहा कि आरोपी शमीम का मकान किराए पर है। इस जवाब पर आगबबूला हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि इतना बड़ा कारोबारी किराए के मकान में रहेगा।
नोटिस नहीं दिखाया-
विधायक लखन घनघोरिया ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से जब सलीम का मकान तोड़ने का नोटिस दिखाने कहा तो किसी के पास कोई नोटिस नहीं था। इस पर अफसर ने कहा कि 22 अप्रैल को नोटिस जारी किया गया है। जिसका जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि 25 अप्रैल को कबाड़खाने में विस्फोट होता है। मतलब विस्फोट के पहले ही प्रशासन की तरफ से 22 अप्रैल को नोटिस जारी कर दिया गया। अगर ये खबर थी तो विस्फोट रोक लेते। तीखी बहस के बाद भी प्रशासन की टीम ने विधायक को नोटिस नहीं दिखाया।
बच्चों से बदतमीजी-
कार्रवाई से नाराज कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रशासन की टीम ने घर में मौजूद बच्चों के साथ भी बदतमीजी की है। महज 8 साल के पुत्र से यह कहना कि बैठाओ, इसको भी गाड़ी में...ले चलो..प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है।