घायलों को मेडिकल अस्पताल की बजाए निजी हॉस्पिटल ल जाने वाले ड्राइवर बर्खास्त

मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित सिहोरा-मझगंवा मार्ग पर ग्राम नुंजी के पास बुधवार 18 सितम्बर की शाम लोडिंग ऑटो और हाइवा की टक्कर में घायल हुये दो मरीजों को मेडिकल कॉलेज जबलपुर की जगह राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराने पर 108 एम्बुलेंस सेवा के दो ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सहित तीन कर्मचारियों को जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

Sep 19, 2024 - 14:00
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घायलों को मेडिकल अस्पताल की बजाए निजी हॉस्पिटल ल जाने वाले ड्राइवर बर्खास्त
Drivers who took the injured to a private hospital instead of a medical hospital were dismissed

सिहोरा हादसा:कलेक्टर ने 108 एम्बुलेंस सेवा के तीन कर्मचारियों पर की कार्रवाई

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। 

मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित सिहोरा-मझगंवा मार्ग पर ग्राम नुंजी के पास बुधवार 18 सितम्बर की शाम लोडिंग ऑटो और हाइवा की टक्कर में घायल हुये दो मरीजों को मेडिकल कॉलेज जबलपुर की जगह राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराने पर 108 एम्बुलेंस सेवा के दो ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सहित तीन कर्मचारियों को जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। हादसे में घायल 11 मरीजों में से दो को सिविल अस्पताल सिहोरा से मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया था, लेकिन 108 एम्बुलेंस चालक और स्टाफ द्वारा इन्हें मेडिकल कॉलेज के स्थान पर जबलपुर के राइट टाउन स्थित मोहनलाल लाल हरगोविंद दास हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया। इस निजी अस्पताल में घायलों को भर्ती कराने के पहले 108 एम्बुलेंस सेवा के स्टाफ द्वारा मेडिकल कॉलेज में इन घायलों की पर्ची भी कटवाई गई, लेकिन उन्हें वहां ना ले जाकर मोहनलाल हरगोविंद दास अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मामले की जांच करने के निर्देश दिये हैं। बताया गया है इस मामले को देखते हुये कलेक्टर के निर्देश पर निजी अस्पतालों एवं एम्बुलेंस चालकों के बीच सांठगांठ की जांच भी कराई जायेगी ।

जोनल मैनेजर को नोटिस जारी-

जबलपुर के सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि इस प्रकरण में 108 एम्बुलेंस सेवा के जोनल मैनेजर और ऑपरेशन मैनेजर को भी नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में घायल मरीजों को सिहोरा अस्पताल से मेडिकल कॉलेज लाने वाली 108 एम्बुलेंस कटनी जिले की थीं। मोहनलाल हरगोविंद दास हॉस्पिटल भर्ती कराये गये दोनों घायलों ठाकुर लाल कोल और मंगोबाई को हालत में सुधार को देखते हुये गुरुवार की सुबह उन्हें वापस सिहोरा अस्पताल ले जाया गया है। दोनों मरीजों को सिर में हल्की चोटें थी, लेकिन सतर्कता बरतते हुये उन्हें मेडिकल कॉलेज रिफर किया गया था।

गांव नुंजी में हर घर में मातम-

सिहोरा से लगे हुये गांव नुंजी के हर घर में आज मातम पसरा हुआ है और हर आंख नम है। इस गांव के लोगों की बुरी तकदीर कहें या नियती का खेल कि एक दिन में एक साथ सात लोग काल के गाल में समा गये। बुधवार की शाम को ऑटो और हाइवा की टक्कर से सात लोगों की मौत हो गयी थी,जबकि 11 घायल हैं। पुलिस हाईवा क्रमांक 53 एचए1986 के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं, हादसे की जद में आए ऑटो क्रमांक एमपी एमपी 20 एलवी 0233  में 13 लोग सवार थे।

डेढ़ घंटे लगा रहा जाम-

घटना से नाराज लोगों ने सिहोरा-कटनी स्टेट हाईवे पर डेढ़ घंटे तक जाम लगाए रखा। समझाइश के बाद लोग सड़क से हटे। लोगों ने मांग की, कि गांव से गुजरने वाली सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं।

सीएम ने की मदद घोषणा-

सीएम डॉ. मोहन यादव ने हादसे में मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए व सड़क दुर्घटना निधि से 15 हजार रुपए देने की घोषणा की है। वहीं संबल योजना के हितग्राही होने की स्थिति में मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक मदद अलग से दी जाएगी। घायलों का संपूर्ण इलाज निशुल्क रूप से किया जाएगा व सड़क दुर्घटना निधि से 7 हजार 500 रुपए की मदद दी जाएगी। सिहोरा विधायक संतोष सिंह बड़करे ने भी मृतकों के परिजनों को 5 हजार रुपए की मदद की घोषणा की है। श्री बरकड़े  ने बताया कि कि घटना की जांच की जाएगी। मृतक और घायल मजदूर परिवार से हैं लिहाजा हर संभव सहयोग के लिए  सरकार तत्पर है।

हादसे में इनकी मौत-

रानुबाई कोल (19) पत्नी करण कोल , प्रतापपुर
करण कोल (20) पिता परदेसी कोल, प्रतापपुर
शोभाराम (45) पिता छोटू, प्रतापपुर
कल्लू बाई (30) पत्नी शोभाराम, प्रतापपुर
भूरा कोल (3) पिता शोभाराम कोल, प्रतापपुर
शिवा कोल (18) पिता राजेश कोल, प्रतापपुर
ऊषा बाई (50) पति कोठारी आदिवासी, प्रतापपुर