दिल्ली में भूकंप के झटके, तिब्बत भी काँपा  

दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में सोमवार सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसका एपिक सेंटर दिल्ली बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता 4 मापी गई है। भूकंप सुबह 5.37 बजे के करीब आया।

Feb 17, 2025 - 16:53
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दिल्ली में भूकंप के झटके, तिब्बत भी काँपा  
Earthquake jolts Delhi, Tibet also shaken

दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में सोमवार सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसका एपिक सेंटर दिल्ली बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता 4 मापी गई है। भूकंप सुबह 5.37 बजे के करीब आया। झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। तिब्बत से लेकर दिल्ली और बिहार तक पिछले 13 घंटों में 10 भूकंप आए हैं। तिब्बत में 16 फरवरी को शाम 3 बजकर 52 मिनट पर 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए। हाल ही में पिछले कुछ घंटों के दौरान अरुणाचल, तिब्बत, इंडोनेशिया और भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

तिब्बत से दिल्ली तक 13 घंटों में 10 बार कापी धरती-

तिब्बत में 16 फरवरी यानि रविवार को अलग-अलग समय पर भूकंप के कई झटके महसूस किये गए। रविवार को तिब्बत में भूकंप का पहला झटका 3:52 बजे लगा। इसके बाद 8:59 बजे दूसरा, 9:58 पर तीसरा, 11:59 पर चौथा भूकंप का झटका महसूस किया गया। इन भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.5 से लेकर 4.5 तक मापी गई।पिछले कुछ घंटों में चार भूकंप के झटके महसूस होने के बाद तिब्बत के लोग भयभीत हैं। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग में 16 फरवरी को सुबह 5 बजकर 42 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गए। हालांकि, ये झटके ज्यादा तीव्र नहीं थे, भूकंप की तीव्रता 2.8 थी और इसकी गहराई करीब 10 किलोमीटर थी। इस भूकंप से कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पृथ्वी के हिलने से लोग घबराए हुए हैं। बंगाल की खाड़ी में बीती रात 11 बजकर 16 मिनट पर भूकंप आया। इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई। इसकी गहराई 35 किलोमीटर नीचे थी। आज सुबह दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किये गए। भूकंप का केंद्र नई दिल्ली में जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई पर बताया जा रहा है। यह 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था। गहराई कम होने और केंद्र दिल्ली में होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में इसे ज्यादा महसूस किया गया। 

दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके

सुबह 5.36 बजे भूकंप के तेज झटके 4.0 दर्ज की गई भूकंप की तीव्रताभूकंप के झटकों के बाद लोग घरों से निकलेभूकंप का केंद्र नई दिल्ली के करीब थाभूकंप का केंद्र धौला कुआं बताया जा रहा है

दिल्ली में क्यों आया भूकंप? 

भूवैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली हिमालय के नजदीक स्थित है, जिससे यह भूकंपीय क्षेत्र माना जाता है। हिमालय भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से बना है, जिसके कारण इस क्षेत्र में भूकंप की घटनाएं होती रहती हैं। दिल्ली में कई भ्रंश रेखाएं मौजूद हैं, जो पृथ्वी की सतह में दरारों के रूप में होती हैं। जब इन रेखाओं में दबाव बढ़ता है, तो भूकंप आ सकता है। दिल्ली में आए भूकंप का कारण इन भ्रंश रेखाओं में संकुचन हो सकता है। साथ ही, दिल्ली की मिट्टी रेतीली और जलोढ़ होने के कारण भूकंप के समय अस्थिर हो सकती है, जिससे इमारतों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसलिए, यह कहा जाता है कि दिल्ली में तेज भूकंप आने पर बड़ा नुकसान हो सकता है।