इमरजेंसी फिल्म ने कंगना को किया निराश
एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' आखिरकार दो साल बाद 17 जनवरी को थिएटर्स में रिलीज हो गई है।

एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' आखिरकार दो साल बाद 17 जनवरी को थिएटर्स में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक भी दिखाई दे रहे हैं, और यह उनकी आखिरी फिल्म है। इसके अलावा, अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी जैसे अन्य कलाकार भी फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आ रहे हैं। अब यह सवाल उठता है कि इतने विवादों के बावजूद, इस फिल्म को लेकर पब्लिक का क्या रिएक्शन है और फिल्म कैसी है।
दर्शकों की माने तो इमरजेंसी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी कमेंट्स किए जा रहे हैं। यहां पर कंगना रनौत काफी ट्रोल हो रही है। यूजर्स का मानना है कि इमरजेंसी फिल्म के लिए थियेटर पर भी इमरजेंसी जैसे हालात बने हुए है। शो खाली जा रहे हैं। पहले दिन तो कंगना कमाल नहीं कर पाई हैं। देखते हैं आने वाले दिनों में इस फिल्म को कितना पसंद किया जाता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कंगना रनौत द्वारा निर्देशित और अभिनीत फिल्म 'इमरजेंसी' को मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कुछ दर्शकों को यह फिल्म काफी पसंद आ रही है और वे इसे उच्च रेटिंग दे रहे हैं, जबकि कुछ लोगों ने बताया कि थिएटर्स के बाहर सन्नाटा छाया हुआ है और फिल्म पर ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा है।
पंजाब में इमरजेंसी की स्क्रीनिंग पर लगी रोक
कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को पंजाब में बैन करने की मांग उठ रही है, जिसके कारण वहां फिल्म की स्क्रीनिंग भी रोक दी गई है। सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस की भारी तैनाती की गई है। पुलिस ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के विरोध के बाद सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
इन्होंने की थी बैन की मांग
एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर फिल्म 'इमरजेंसी' पर बैन लगाने की मांग की थी। उनका आरोप है कि यह फिल्म सिख समुदाय को बदनाम करने के उद्देश्य से बनाई गई है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में साफ तौर पर कहा गया था कि 'इमरजेंसी' फिल्म को पंजाब में रिलीज की अनुमति नहीं दी जाएगी।