सतना में नरवाई जलाने पर 30 किसानों पर एफआईआर दर्ज, कलेक्टर के आदेश को किया था नजरअंदाज

नरवाई जलाने के मामलों को लेकर प्रशासन अब सख्त रवैया अपना रहा है। सतना जिले में 30 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

Apr 19, 2025 - 16:00
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सतना में नरवाई जलाने पर 30 किसानों पर एफआईआर दर्ज, कलेक्टर के आदेश को किया था नजरअंदाज
FIR registered against 30 farmers for burning stubble in Satna ignored collector's order


नरवाई जलाने के मामलों को लेकर प्रशासन अब सख्त रवैया अपना रहा है। सतना जिले में 30 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई एक चौकीदार की शिकायत के आधार पर की गई। दरअसल, कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट सतीश कुमार एस ने खेतों में नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन इसके बावजूद कुछ किसान इस आदेश का उल्लंघन करते हुए नरवाई जला रहे थे। प्रशासन ने नियमों के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए यह कठोर कदम उठाया है।

सतना जिले में फसल कटाई के बाद खेतों में बची पराली (नरवाई) जलाने को लेकर प्रशासन ने कड़ी सख्ती बरती है। कलेक्टर सतीश कुमार एस ने नरवाई जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था, लेकिन इसके बावजूद कुछ किसान इस आदेश की अवहेलना करते हुए खुलेआम पराली जला रहे थे। आदेश के उल्लंघन पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 30 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

रघुराजनगर (ग्रामीण) के अनुविभागीय अधिकारी एल. आर. जांगड़े ने नरवाई जलाने की शिकायत की जांच के लिए हल्का पटवारी शालिनी श्रीवास्तव और अंजना द्विवेदी को मौके पर भेजा। जांच के दौरान पाया गया कि तूमिन गांव में बृजेश गर्ग सहित कई किसानों के खेतों में नरवाई जली हुई थी।

जिनके खिलाफ एफआईआर हुई


एफआईआर में जिन प्रमुख किसानों के नाम दर्ज हैं, उनमें तूमिन गांव के बृजेश गर्ग, विवेकानंद गर्ग, शैलेश गर्ग, कृष्ण कुमार मिश्र, बद्री प्रसाद पांडे, देवराज सिंह और द्वारिका अग्रवाल शामिल हैं। इसके अलावा भूमकहर गांव के मनीष गर्ग, शंकर प्रसाद, हिमांशु, राजकुमार, राकेश, उमेश, रामचंद्र और अन्य किसानों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

किस कानून के तहत कार्रवाई


राजस्व विभाग की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इन किसानों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले की जांच प्रक्रिया जारी है।