उज्जैन: हेलिकॉफ्टर में दुल्हन को लाने की थी ख्वाहिश, पिता ने शादी में दिया सरप्राइज
कप्तान सिंह की ख्वाहिश थी कि वह अपनी बारात हेलीकॉप्टर से लेकर जाए, और पिता ने यह सपना पूरा कर दिखाया।

जिले के घट्टिया क्षेत्र के गांव चौंसला में एक अनोखी शादी देखने को मिली। यहां रहने वाले जितेन्द्र सिंह गोहिल, जो बोरिंग और प्रॉपर्टी के व्यवसाय से जुड़े हैं, ने अपने बेटे कप्तान सिंह का सपना हकीकत में बदल दिया। कप्तान सिंह की ख्वाहिश थी कि वह अपनी बारात हेलीकॉप्टर से लेकर जाए, और पिता ने यह सपना पूरा कर दिखाया। कप्तान सिंह की शादी इंगोरिया गांव की लक्ष्मी कुंवर से तय हुई थी।
हेलीकॉप्टर की व्यवस्था के लिए जितेन्द्र सिंह ने अहमदाबाद स्थित एस.के. कंपनी से संपर्क किया, जिसका किराया करीब 12.50 लाख रुपये रहा। उड़ान से पहले उन्होंने पुलिस, जिला प्रशासन और फायर डिपार्टमेंट से आवश्यक अनुमति (NOC) भी प्राप्त की। चौंसला और इंगोरिया गांवों में हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए अस्थायी हेलीपैड तैयार किए गए। सुरक्षा व्यवस्था के तहत घट्टिया पुलिस थाने का स्टाफ भी मौके पर तैनात रहा।
बचपन का सपना, पिता ने किया साकार
दूल्हे के पिता, जितेन्द्र सिंह गोहिल ने बताया कि उनका बेटा बचपन में अकसर कहा करता था कि वह अपनी शादी में हेलीकॉप्टर से बारात लेकर जाएगा। समय के साथ बेटा तो यह बात भूल गया, लेकिन एक पिता होने के नाते उन्होंने इसे दिल से लगा लिया। जब बेटे ने शादी की चर्चा की और पूछा कि बारात कैसे जाएगी, तब जितेन्द्र सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया—"तेरी बारात हेलीकॉप्टर से जाएगी।" यह सुनकर बेटा भावुक हो गया, पिता को गले लगा लिया और कहा, "आज आपने मेरा सपना पूरा कर दिया।"
दूल्हे कप्तान सिंह की भावनाएं
खुशी से झूमते कप्तान सिंह ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मैं बेहद खुश हूं। मैंने हेलीकॉप्टर से दुल्हन लाने का सपना देखा था, और आज वो सपना साकार हुआ है। यह मेरी जिंदगी का सबसे खास और यादगार पल है। मुझे यकीन ही नहीं था कि पापा को मेरी बचपन की बात अब तक याद है। उन्होंने मेरा सपना सच कर दिखाया—मुझे अपने पापा पर बेहद गर्व है।”
चारों ओर चर्चा में रही ये अनोखी शादी
यह शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग हर जगह पिता के प्यार और बेटे के सपने को लेकर बातें कर रहे हैं। इस शादी को खास बनाने वाली बात यह है कि एक पिता ने अपने बेटे की खुशी के लिए लाखों रुपये खर्च कर उसके बचपन के सपने को साकार किया। यह आयोजन सिर्फ एक शादी नहीं, एक बेमिसाल पिता-पुत्र के रिश्ते की मिसाल बन गया है।