जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर पहली बार हवाईयात्रियों को मिली एयरोब्रिज की सुविधा

डुमना एयरपोर्ट में नए टर्मिनल के बनने के बाद यात्रियों के लिए गुरुवार से एक और नई सुविधा शुरू हुई है। हवाइ यात्रियों को अब विमानताल में प्रवेश के बाद विमान तक पहुंचने के लिए बस की प्रतीक्षा नहीं कराना पड़ेगा। वे विमानताल में प्रवेश के बाद एयरोब्रिज के माध्यम से सीधे विमान में पहुंच जाएंगे।

May 17, 2024 - 16:40
May 20, 2024 - 15:32
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जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर पहली बार हवाईयात्रियों को मिली एयरोब्रिज की सुविधा
For the first time, passengers got the facility of Aerobridge at Dumna Airport in Jabalpur

डुमना एयरपोर्ट पर शुरू हुई नई सेवा, एयरोब्रिज से सीधे विमान तक पहुंचेंगे यात्री

डुमना एयरपोर्ट में नए टर्मिनल के बनने के बाद यात्रियों के लिए गुरुवार से एक और नई सुविधा शुरू हुई है। हवाइ यात्रियों को अब विमानताल में प्रवेश के बाद विमान तक पहुंचने के लिए बस की प्रतीक्षा नहीं कराना पड़ेगा। वे विमानताल में प्रवेश के बाद एयरोब्रिज के माध्यम से सीधे विमान में पहुंच जाएंगे। यह एयरोब्रिज इंस्टालेशन से आए है। नए टर्मिनल भवन में तीन एयरोब्रिज लगना है। इन तीनों की स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इससे यात्रियों का सामान भी विमान तक पहुंचना आसान होगा। इससे वर्षा, तेज धूप व अन्य विपरीत स्थिति में यात्रियों को विमान तक पहुंचने में परेशानी नहीं होगी।
डुमना विमानतल पर गुरुवार को एयरोब्रिज की सुविधा का सबसे पहले लाभ उठाने वाले जबलपुर-दिल्ली विमान के हवाइ यात्री रहे। निजी विमानन कंपनी की उड़ान के यात्री एयरोब्रिज से होकर सीधे विमान तक पहुंचे। उसके बाद विमान ने दिल्ली की उड़ान भरी। इससे पूर्व विमानन कंपनियां डुमना विमानतल में यात्रियों को टर्मिनल भवन से रनवे तक ले जाने के लिए बस का उपयोग करती थी। बस से ही यात्रियों का सामान भी विमान तक पहुंचता था। बस में यात्रियों को विमान तक पहुंचने के लिए लगभग तीन सौ मीटर की दूरी तय करनी पढ़ती थी। 

क्या है एयरोब्रिज-

एयरोब्रिज एक सेतु है। एयरोब्रिज की लंबाई 30 मीटर होती है। इसके माध्यम से यात्री बोर्डिंग के बाद टर्मिनल बिल्डिंग से सीधे विमान के गेट पर पहुंच जाएंगे। इसके जरिए विमान में सामान भी पहुंचाया जा सकता है। एयरोब्रिज आधा मूवेबल होता है। इसका अगला हिस्सा लचीला होता है। इसका संचालन ऑटोमैटिक और मैनुअली होता है। विमान के लैंड करने के बाद इसे विमान के गेट से जोड़ा जाता है।