बरगी बांध के चार गेट और खुले, अब 13 गेटों से छोड़ा जा रहा पानी
मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के कैचमेंट एरिये में हो रही लगातार बारिश से बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसे देखते हुये रविवार को दोपहर एक बजे बांध के चार गेट और खोले गए, जिससे खोले गये गेटों की संख्या 13 हो गयी है।
कैचमेंट एरिया में भारी बारिश जारी, मंडला में नर्मदा खतरे के निशान पर
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के कैचमेंट एरिये में हो रही लगातार बारिश से बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसे देखते हुये रविवार को दोपहर एक बजे बांध के चार गेट और खोले गए, जिससे खोले गये गेटों की संख्या 13 हो गयी है। इन गेटों से 1 लाख 12 हजार क्युसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कार्यपालन यंत्री बरगी बांध अजय सूरे के अनुसार रविवार की सुबह बांध का जलस्तर 421.25 मीटर रिकॉर्ड किया गया था, जो ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 15 अगस्त तक निर्धारित 421 मीटर से अधिक है । उ कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश के कारण बांध 88 प्रतिशत भर चुका है। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बांध में वर्तमान में 4 हजार 523 क्युमेक पानी की आवक हो रही है। परियोजना प्रशासन ने बांध के चार जलद्वार और खोले तथा कुल 13 गेटों से 3 हजार 176 क्युमेक यानी 1 लाख 12 हजार 160 क्युसेक पानी की निकासी हो रही है। सभी तेरह गेटों को औसतन 1.96 मीटर ऊंचाई तक खोला गया है। अभी बांध के 1.72 मीटर औसत ऊंचाई तक खुले नौ गेटों से 76 हजार 986 क्युसेक यानी 2 हजार 180 क्युमेक पानी छोड़ा जा रहा था।
मंडला में छुआ खतरे का निशाान-
नर्मदा नदी का जलस्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। मंडला में नर्मदा ने खतरे के निशान को छू लिया है। वहीं,जबलपुर सहित अन्य जिलों में भी जलस्तर बढ़ रहा है। बांध प्रशासन के अनुसार, बांध में पानी की आवक को देखते हुये गेटों की संख्या कभी भी और घटाई-बढ़ाई जा सकती है बांध के गेटों से जल निकासी की मात्रा बढ़ाने से नर्मदा के घाटों पर वर्तमान जलस्तर से 8 से 10 फुट की और बढ़ोतरी होगी । निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाए रखने कहा गया है।