कैसे हुई फ्रेंच फ्राइज की शुरुआत और क्यों है ये डिश इतनी खास
बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के मुंह में फ्रेंच फ्राइज का स्वाद खास जगह बना चुका है। ये डिश अब होटल्स के मेन्यू से निकलकर बच्चों के लंच बॉक्स तक पहुंच चुकी है। ये एक ऐसी डिश है जिसे सभी पसंद करते हैं।
बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के मुंह में फ्रेंच फ्राइज का स्वाद खास जगह बना चुका है। ये डिश अब होटल्स के मेन्यू से निकलकर बच्चों के लंच बॉक्स तक पहुंच चुकी है। ये एक ऐसी डिश है जिसे सभी पसंद करते हैं। किसी को तीखा खाना होता है तो इसे चाट मसाला और लाल मिर्च के साथ खाया जाता है। बच्चे इसे ऐसे ही खा लेते हैं। कमाल की बात यह है कि ये इसमें तेल और मसाला नहीं होता। ये काफी हेल्दी होती है। कैसे फ्रेंच फ्राइज की शुरूआत हुई और किस तरह से ये ये डिश इतनी पॉपुलर हुई आइए जानते हैं इसके बारे में
दुनिया में फ्रेंच फ्राइज की खोज के लिए दो कहानियां मशहूर है-
प्रचलित धारणा है कि फ्रेंच फ्राइज की खोज 1680 के दौरान बेल्जियम के नामुर में हुई थी। दरअसल बेल्जियम के स्थानीय लोग फ्राइड फिश के शौकीन हुआ करते थे। यह फिश मीयूज नदी की होती थी, लेकिन एक साल की ठंड की वजह से नदीं का पानी जम गया। इस साल यहां के स्थानीय लोगों ने फिश के बजाय आलू को फ्राई करके खाया, यहीं से फ्रेंच फ्राइज का कॉन्सेप्ट मशहूर हो गया। एक धारणा यह भी है कि 17वीं सदी के दौरान स्पेन के कुछ एक्सप्लोरर्स दक्षिण अफ्रीका गए थे। वहां उन्होंने आलू के बारे में पहली बार जाना और बाद में इसे यूरोप में पेश कर दिया। इसके बाद आलू फ्रांस में फेमस हो गए और उन्हें पहले पोम द तेर फ्रिट या फ्राइड पटैटो कहा जाने लगा।
विश्व युद्ध के दौरान फाइज के साथ जुड़ा फ्रेंच नाम
फ्रेंच फ्राइज के नाम की बात करें तो पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान अमेरिकी सेना बेल्जियम में थी। उस समय बेल्जियम सेना की आधिकारिक भाषा फ्रांसीसी ही थी और यहीं पर अमेरिकी सैनिकों ने पहली बार फ्राइज को टेस्ट किया, जो उन्हें पसंद आया। अमेरिकी सैनिकों ने भाषा के आधार पर ही इसे फ्रेंच फ्राइज का नाम दे दिया।
बेल्जियम में है फ्रेंच फ्राइज का म्यूजियम
बेल्जियम इकलौता देश है, जहां पर फ्राइज का म्यूजियम मौजूद है। इसका नाम फ्रेटम्यूजम है, जो विश्व में फ्राइज का एकमात्र म्यूजियम है। इस म्यूजियम की शुरूआत साल 2008 में हुई थी। 2014 में बेल्जियम की सांस्कृतिक विरासत घोषित करने की अपील भी की थी।