आईपीएल 2025: मैच के दौरान काली पट्टी बांधकर खेलते दिखेंगे खिलाड़ी
पहलगाम में हुए आतंकी की याद में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम की घोषणा की है।

पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को देंगे श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 26 निर्दोष लोगों की याद में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम की घोषणा की है। आईपीएल 2025 में बुधवार को मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच होने वाले मुकाबले में दोनों टीमों के खिलाड़ी और अंपायर काली पट्टियां बांधकर मैदान पर उतरेंगे। यह प्रतीकात्मक कदम उन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए उठाया गया है, जो इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
मैच से पहले रखा जाएगा एक मिनट का मौन-
मैच की शुरुआत से पहले एक मिनट का मौन रखा जाएगा, ताकि सभी दर्शक और खिलाड़ी एक साथ पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर सकें। इस विशेष अवसर पर मैच में कोई चीयरलीडर्स नहीं होंगी, न ही किसी तरह के पटाखे या उत्सव संबंधी आयोजन किए जाएंगे, जिससे पूरे माहौल में गंभीरता और संवेदनशीलता बनी रहे।
खेल जगत के दिग्गजों ने दी प्रतिक्रिया-
हमले के बाद देशभर से खेल जगत की कई प्रमुख हस्तियों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और गौतम गंभीर जैसे पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों ने इस कायराना हमले की निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई। गौतम गंभीर ने तो साफ शब्दों में कहा, "भारत इस हमले का उचित जवाब देगा।"
‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर थी यह जगह-
यह हमला ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहे जाने वाले बायसरन क्षेत्र में हुआ, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। हमलावरों ने वहां मौजूद पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने पहले पहचान पत्र देखे और फिर धर्म के आधार पर हमला किया। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।
बीसीसीआई और आईपीएल की यह पहल एक स्पष्ट संदेश देती है कि खेल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि राष्ट्र की भावनाओं और एकजुटता का माध्यम भी है। मैदान पर यह मौन और काली पट्टी एकजुटता, संवेदना और देश के प्रति समर्पण का प्रतीक होगी।