लाउड म्यूजिक रखते हैं ऑन, तो हो जाए सावधान
आज के दौर में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को हेडफोन्स का इस्तेमाल करने की आदत है। आधुनिकता के दौर में हैडफोन्स के लंबे तारों से भी छुट्टी हो गई है। अब लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ईयर बड्स यानी बहुत ही छोटे हैडफोन्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
लाउड म्यूजिक कहीं आपके कानों को खराब तो नहीं कर रही
आज के दौर में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को हेडफोन्स का इस्तेमाल करने की आदत है। आधुनिकता के दौर में हैडफोन्स के लंबे तारों से भी छुट्टी हो गई है। अब लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ईयर बड्स यानी बहुत ही छोटे हैडफोन्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिसे लोग पूरे दिन लगाए रखते हैं। कभी उसे बात करने के लिए यूज करते हैं तो कभी वेबसीरीज और गाने सुनने के लिए। इसका वॉल्यूम इतना ज्यादा होता है कि व्यक्ति को बाहर की किसी भी आवाज का कोई अंदाजा नहीं होता। ये कह सकते हैं कि व्यक्ति इसके वॉल्यूम की धुन में ही बना रहता है। ये सिलसिला लगातार पूरे दिन जारी रहता है। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइए हाल ही में मशहूर गायिका अलका याग्निक ने अपने सुनने की शक्ति को खो दिया है। अभी तक हेल्थ एक्सपर्ट्स लोगों को इसके लिए सचेत करते रहे हैं, लेकिन इतना बड़ा उदाहरण लोगों के सामने है इससे हमें सबक लेना चाहिए और अपनी इस आदत में सुधार करना चाहिए।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपको दिन में यानी 24 घंटों में 15-20 मिनट से ज्यादा हेडफोन्स का यूज नहीं करना चाहिए। अगर आप इससे ज्यादा हेडफोन्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपकी सुनने की क्षमता पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ सकता है। अलका याग्निक ने भी लोगों को हेडफोन्स और लाउड म्यूजिक को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है।
वॉल्यूम का ध्यान रखना है बेहद जरूरी
हेडफोन्स का इस्तेमाल करते समय आपको वॉल्यूम का ध्यान रखना नहीं भूलना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपको साउंड लेवल को 60 से 85 डेसिबल्स के बीच में ही रखना चाहिए। इससे ज्यादा वॉल्यूम रखने से आपकी सुनने की क्षमता हमेशा के लिए खो सकती है। अगर आप अपनी हियरिंग पावर को खोना नहीं चाहते हैं तो आपको इन चेतावनियों को फॉलो करने में कोई भी चूक नहीं करनी चाहिए।
नुकसानदायक हो सकते हैं लाउड स्पीकर्स
हेडफोन्स के अलावा लाउड स्पीकर्स भी आपके कानों के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। पार्टी में अक्सर लाउड स्पीकर्स का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन पार्टी में लाउड म्यूजिक चलने की वजह से आपकी सुनने की क्षमता खत्म हो सकती है। पल भर के एंजॉयमेंट के चक्कर में आपको जिंदगी भर के लिए पछताना पड़ सकता है। इसलिए आपको समय रहते ही संभल जाना चाहिए। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल एक हद तक ही सही है। सीमा से बाहर इस्तेमाल करने का खामियाजा आपको स्वास्थ्य संबंधि समस्याओं के रूप में भुगतना पड़ सकता है।