हाईटेक हुआ महाकाल का दरबार,RFID बैंड से भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
महाकाल का दरबार में RFID बैंड से भस्म आरती में प्रवेश मिलेगा,अब श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश करने के लिए कलाई पर एक रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन बेड पहनना होगा। इस नए सिस्टम को लागू करने से यह फायदा होगा कि फर्जी तरीके से प्रवेश करने वालों पर रोक लग जाएगी
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए नियमों में बदलाव होने जा रहा है अब श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश करने के लिए कलाई पर एक रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन बेड पहनना होगा। इसके बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा महाकाल मंदिर समिति अक्टूबर माह से इसे लागू करने जा रही है।
बैंड पहनने से क्या होगा
इस बैंड को पहनने से यह होगा कि सिप्रल के माध्यम से श्रद्धालु की पहचान की जाएगी और मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। मंदिर प्रशासन के मुताबिक इस सिस्टम से भस्म आरती में प्रवेश अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित हो जाएगा। यह सिस्टम अगले महीने से लागू होने की उम्मीद की जा रही है।
RFID बैंड से भस्म आरती में प्रवेश होगा आसान
RFID बैंड को मंदिर के प्रवेश द्वार पर पहनाया जाएगा और आरती के बाद वापस जमा कर लिया जाएगा। इस नए सिस्टम को लागू करने से यह फायदा होगा कि फर्जी तरीके से प्रवेश करने वालों पर रोक लग जाएगी और प्रवेश प्रक्रिया में काफी तेजी आएगी।
नए सिस्टम से भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा बढ़ेगी
यह भी बताया जा रहा है कि भविष्य में एयरपोर्ट की तरह यहां ऑटोमेटिक गेट लगाए जाएंगे जो QR कोड स्कैन करने पर खुलेंगे। इस सिस्टम को लागू करने से मंदिर में लगने वाली भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
RFID बैंड सिस्टम का काम करने का तरीका
उज्जैन महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए शुरू किया गया RFID बैंड सिस्टम रेडियो फ्रीक्केंसी आइडेंटिफिकेशन चीप प्रक्रिया पर काम करता है। श्रद्धालु ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन तरीके से भस्म आरती के लिए अनुमति ले सकते हैं। यह अनुमति पास लेकर जब श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पर पहुंचेंगे, तो उन्हें प्रवेश द्वार पर एक काउंटर मिलेगा। जहां पर उनके अनुमति पास का बारकोड स्कैन किया जाएगा और उन्हें एक RFID बैंड दिया जाएगा। इस बैंड में श्रद्धालु की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से फीड की जाएगी।
नई तकनीक से दलालों पर लगेगा अंकुश
मंदिर प्रशासन के अनुसार नई व्यवस्था से भस्म आरती के नाम पर हो रही ठगी पर रोक लगेगी आरएफआईडी बैंड से सिर्फ वैध परमिशन वाले श्रद्धालु ही प्रवेश कर सकेंगे। इससे श्रद्धालुओं को ठगी और बार-बार होने वाली पूछताछ से राहत मिलेगी।