इंदौर हिट एंड रन मामला,रईसजादे ने स्कूटी सवार युवतियों को उड़ाया,दोनों की मौत

दौर में शनिवार रात बेलगाम BMW कार में सवार रईसजादे ने रॉन्ग साइड में जाकर स्कूटर सवार दो युवतियों को टक्कर मार दी। एक युवती स्कूटर समेत 15 फीट उछलकर सड़क के दूसरी ओर खंभे से टकराई। वहीं,दूसरी युवती को कार 50 फीट घसीट ले गई। हादसा इतना खौफनाक था कि दोनों युवतियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

Sep 16, 2024 - 11:13
Sep 16, 2024 - 11:21
 10
इंदौर हिट एंड रन मामला,रईसजादे ने स्कूटी सवार युवतियों को उड़ाया,दोनों की मौत
Indore hit and run case, two girls died in collision with BMW car

इंदौर में शनिवार रात बेलगाम BMW कार में सवार रईसजादे ने रॉन्ग साइड में जाकर स्कूटर सवार दो युवतियों को टक्कर मार दी। एक युवती स्कूटर समेत 15 फीट उछलकर सड़क के दूसरी ओर खंभे से टकराई। वहीं,दूसरी युवती को कार 50 फीट घसीट ले गई। हादसा इतना खौफनाक था कि दोनों युवतियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। कार रिटायर्ड हवलदार का बेटा चला रहा था। घटना के बाद रईसजादा कुछ दूर आगे सूनी गली में कार लॉक कर भाग गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बडी बेशर्मी से बताया कि वह केक लेकर दोस्त के बर्थडे में जा रहा था, जल्दी में था।

मेला ग्राऊंड के सामने की घटना

घटना रात 11.30 बजे हुई। शिवपुरी की लक्ष्मी पिता नाथू सिंह तोमर और ग्वालियर के शिवनगर की दीक्षा पिता अशोक जादौन इंदौर में नौकरी करती थीं। वे विजय नगर व महालक्ष्मी नगर में किराए पर रह रही थीं।मेला ग्राउंड के सामने रॉन्ग साइड से आ रही तेज रफ्तार नीली लग्जरी कार सीएच 01 एयू 1061 ने स्कूटर एमपी-07 एसएच 6065 पर सवार दोनों युवतियों को टक्कर मारी।दोनों सड़क के दूसरी ओर गिरीं। कुछ राहगीरों ने कार का फोटो खींच लिया। चालक कार कृपा कॉलोनी तरफ की ओर लेकर भागा और कुछ दूर जाकर कार लॉक कर भाग गया। राहगीरों ने युवतियों को मेदांता व कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया।

दोनों के सपने रह गए अधूरे

दीक्षा के दो छोटे भाई हैं। पिता पीएचई में सिविल इंजीनियर हैं।दीक्षा बैंक ऑफ बड़ौदा में काम करती थी। कुछ समय पहले उसने नौकरी छोड़ी है। एमबीए फर्स्ट ईयर की पढाई कर रही थी। दीक्षा और लक्ष्मी दोनों रिश्तेदार हैं। कमरे से निकलने से पहले दीक्षा ने खाना बनाया। दोनों खाना पैक कर निकली थी। स्कूटर दीक्षा का था, वही चला रही थी।लक्ष्मी शेयर बाजार और निजी बैंक में काम करती थी। उसके पिता शिवपुरी में सरपंच रहे हैं।