राजस्थान के जोधपुर जाकर जबलपुर जीआरपी ने आरोपी को दबोचा

ट्रेनों में सफर के दौरान अनजान लोगों से ज्यादा मेलजोल रखना खतरे से खाली नहीं है। इसके लिए रेल महकमा और जीआरपी के अमले के द्वारा समय-समय पर मुसाफिरों को जागरुक भी किया जाता है।

Apr 9, 2025 - 16:08
Apr 9, 2025 - 16:17
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राजस्थान के जोधपुर जाकर जबलपुर जीआरपी ने आरोपी को दबोचा
Jabalpur GRP arrested the accused by going to Jodhpur in Rajasthan
  • सीआरपीएफ की वर्दी पहनकर ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों से करता था दोस्ती
  • ट्रेन में यात्रा के दौरान लोगों से मोबाइल रिचार्ज करवाने के बहाने देख लेता था यूपीआई कोड
  • लोगों के मोबाइल चुराकर उनके मोबाइल से करता था ट्रांजैक्शन

ट्रेनों में सफर के दौरान अनजान लोगों से ज्यादा मेलजोल रखना खतरे से खाली नहीं है। इसके लिए रेल महकमा और जीआरपी के अमले के द्वारा समय-समय पर मुसाफिरों को जागरुक भी किया जाता है लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आए एक शातिर युवक ने ठगी का अलग ही तरीका अपना लिया, खुद को सीआरपीएफ का जवान बताकर यह युवक ट्रेनों में सफर करने के दौरान यात्रियों से मेलजोल बढाया करता था और मोबाइल का रिचार्ज करवाने के बहाने उनके मोबाइल का यूपीआई कोड देख लेता था। यूपीआई कोड देखने के बाद शातिर दिमाग यह युवक लोगों के मोबाइल पारकर उनके जरिए ही ट्रांजैक्शन करने लगता है। शिकायत के आधार पर रेल पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और उसे राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार किया गया पुलिस की जांच में अब तक आरोपी के द्वारा आधा दर्जन वारदातों को अंजाम दिए जाने का खुलासा हुआ है।

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला है नटवरलाल -

रेल पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर नटवरलाल का नाम अरविंद तिवारी है और वह मूलतः उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला है शुरुआत में इसने लोगों के मोबाइल चोरी करना शुरू किया फिर उसके बाद बड़े ही शातिर तरीके से उनके यूपीआई पिन हासिल कर उनके बैंक खातों से ट्रांजैक्शन किया करता था लेकिन पिछले कुछ समय से इसने अपने अपराध के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है, अक्सर ट्रेनों में सफर करने के दौरान यह अपने सहयात्रियों से दोस्ती और मेलजोल बढ़ा लेता था और खुद के मोबाइल का रिचार्ज खत्म होने का बहाना कर अन्य यात्रियों से अपना मोबाइल रिचार्ज कराया करता था, इस दौरान वह यूपीआई का कोड बड़े ही गौर से देखा था और कुछ देर बाद उनके मोबाइल पार किया कर देता था। ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल चोरी करने के बाद आरोपी दूसरे स्टेशनों पर उतरकर चुराए हुए मोबाइल के जरिए यूपीआई से ट्रांजैक्शन किया करता था।

अब तक आधा दर्जन से ज्यादा मामलों का खुलासा -

खुद को सीआरपीएफ का जवान बता कर लोगों के साथ ठगी करने वाले शातिर अरविंद तिवारी ने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस की जांच में अब तक कई राज्यों के रहने वाले लोगों को ठगने की बात सामने आई है। पीड़ितों के द्वारा कटनी, सतना, जबलपुर और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में इसी तरह की वारदातें करने की शिकायतें पुलिस में दर्ज कराई जा चुकी है। जबलपुर रेल पुलिस आरोपी से बारीकी से पूछताछ कर रही है, दावा किया जा रहा है कि पूछताछ के बाद ठगी के अन्य मामलों का भी खुलासा होगा।