जबलपुर: किराएदार बन बैठा मकान मालिक

जबलपुर के मदनमहल इलाके स्थित सुदामा नगर के पास रहने वाले विश्वकर्मा परिवार के लोग छठ पूजा मनाने गांव क्या गए उनके यहां तो आफत आ गई।

Nov 11, 2024 - 14:42
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जबलपुर: किराएदार बन बैठा मकान मालिक
Jabalpur: Tenant becomes landlord

पीड़ित परिवार पहुंचा थाना, लगाई न्याय की गुहार

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। 

जबलपुर के मदनमहल इलाके स्थित सुदामा नगर के पास रहने वाले विश्वकर्मा परिवार के लोग छठ पूजा मनाने गांव क्या गए उनके यहां तो आफत आ गई। लौट के आकर परिवार को पता चला कि उनके मकान में रह रहे किराएदार ने ही कब्जा कर लिया। अब पीड़ित परिवार मदनमहल थाने में जाकर पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा। 

मदनमहल थाना अंतर्गत पीड़ित विश्वकर्मा परिवार ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए आवेदन दिया है कि उसकी सास ने सालों पहले गुपचुप तरीके से किसी को यह मकान बेच दिया था और हम लोगों से कहा कि यह नए किराएदार हैं, अब यही पर रहेंगे। शिकायतकर्ता गौतम विश्वकर्मा और करुणा विश्वकर्मा ने सास और किरायेदार पर आरोप लगाते हुए बताया कि और खुद ही खुद कुछ दिनों बाद दूसरे किराए के मकान में रहने लगी। कुछ महीने बाद बिना किसी बात के रह रहे किराएदार ने आए दिन हम लोगों से लड़ाई झगड़ा करने लगा। जिसकी शिकायत पहले भी थाने में की गई थी। 

घुसने नहीं दे रहे, घर में किया कब्जा-

पीड़ित परिवार ने बताया कि अब अभी मैं और मेरा पीड़ित परिवार छठ पूजा करने गांव गए थे और लौट के आकर देखा तो रह रहे किराएदार ने पूरे मकान पर कब्जा कर लिया है। और अब हमारा पूरा घर का सामान दीवाल तोड़कर चोरी कर लिया है हमारे पूरे परिवार ने दो दिनों से रात सड़क पर गुजरी। शिकायत करता ने अपनी सास और अजय पंडित किरण पंडित पर मारपीट और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए मदन महल थाने में शिकायत दर्ज की है। 

अलमारी में रखे 90 हजार भी निकाले-

शिकायतकर्ता का कहना है कि इन कबजेदारों ने हमारे पूरे गहने जेवर और अन्य जरूरी कागजात अपने कब्जे में कर लिए हैं और हमें अपने मकान में घुसने भी नहीं दे रहे। और तो और अलमारी में रखें 90 हजार रुपए भी निकाल लिए हैं। घर के गेट पर ताला लगा दिया गया है। अब मैं और मेरा परिवार आखिर चाहे तो जाएं कहां। इस पूरे घटना में सुबह पहुंची मदन महल पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर कार्रवाई करने जब मौके पर पहुंची तो इन कबजेदारों ने पुलिस को भी कुछ नहीं समझा और ताला नहींखोल।