जबलपुर कलेक्टर की ललकार, फीस वापिस करो वरना कुर्की
जिन रिस्पेक्टेड सर और मैडम के सामने अभिभावक हाथ जोड़कर खड़े रहते थे, सोमवार को जब उनके जेल जाने की खबर आई तो आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। सोमवार को दिन भर हर तरफ एक ही चर्चा रही कि आखिर ये कैसे मुम्किन हुआ।
11 स्कूलों पर कार्रवाई और गिरफ्तारी से पूरे प्रदेश में हड़कंप, एक्शन का पहला चरण समाप्त, दूसरा जल्दी होगा शुरु
जिन रिस्पेक्टेड सर और मैडम के सामने अभिभावक हाथ जोड़कर खड़े रहते थे, सोमवार को जब उनके जेल जाने की खबर आई तो आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। सोमवार को दिन भर हर तरफ एक ही चर्चा रही कि आखिर ये कैसे मुम्किन हुआ। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने न केवल स्कूल संचालकों को गिरफ्तार किया,बल्कि उन पर रिकवरी भी ठोक दी। प्रशासन ने अन्य स्कूलों को भी चेतावनी दी है कि नियम अनुसार,जितनी ज्यादा फीस वसूली है, वापिस करो वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहो। हालाकि, ये प्रशासन की प्रथम चरण की कार्रवाई है,दूसरे चरण में भी ऐसे चेहरों को उजागर किया जाएगा। इस कार्रवाई से स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। जिला प्रशासन ने 11 बड़े स्कूलों के संचालक, प्राचार्य और पुस्तक विक्रेता और प्रकाशक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 51 लोगों पर धारा 420, 409, 468, 471 के तहत एफआइआर दर्ज की। पुलिस ने 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और शेष की तलाश जारी है।
एक साल में 81 करोड़ की अवैध फीस वसूली-
जिला प्रशासन लगभग 55 दिनों की जांच में स्कूलों की आय-व्यय से लेकर किताबों की खरीदी, पुस्तक विक्रेता के साथ साठगांठ, प्रकाशक की भूमिका जैसे पहलुओं की जांच की। जांच में पाया गया कि 11 स्कूलों ने 21 हजार विद्यार्थियों से लगभग एक साल में 81 करोड़ 30 लाख रुपये अतिरिक्त फीस वसूली की। वहीं ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए 80 फीसदी फर्जी किताबों को कोर्स में जोड़ा गया। कमीशनखोरी में अनावश्यक पुस्तकों के अतिरिक्त भार, फर्जी व डुप्लीकेट पुस्तकें आदि से 2 सौ 40 करोड़ रुपये की वसूली की गयी। नियमानुसार स्कूलों को 10 फीसदी तक फीस वृद्धि की स्वीकृति है। इसके बाद 10 से 15 फीसदी वृद्धि के लिए जिला प्रशासन की समिति और 15 से अधिक वृद्धि के लिए राज्य सरकार की समिति से स्वीकृति अनिवार्य है,जो कभी नहीं ली गयी।
अभिभावकों की शिकायत पर ऐसे बढ़ी जांच-
एक अप्रैल से निजी स्कूलों की फीस वृद्धि और पुस्तक विक्रेता-प्रकाशन के खिलाफ जिला प्रशासन ने शिकायतों की जांच कीं। इस दौरान लगभग अभिभावकों की लगभग 250 शिकायतें मिलीं। जांच में पता चला कि स्कूल में हर साल नई किताब लगाई जाती है, ताकि अभिभावकों से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके। 11 स्कूलमें कई ऐसे थे, जिन्होंने अक्टूबर में ही कोर्स की किताबें तय की और पुस्तक विक्रेता को दे दीं और कमीशन लिया। किताबों में इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बुक नंबर का खेल भी खूब हुआ। पांच स्कूलों में 100 फीसदी किताबें बिना आइएसबीएन नंबर के पायीं गयीं। ये स्कूल हैं, ज्ञान गंगा आर्किड, क्राइस्ट चर्च आइएससी, सेंट अलायसियस पोलीपाथर, क्राइस्ट चर्च डाइसेशन, सेंट अलायसियस सदर।
किसके हाथ, कितने काले-
1- क्राइस्ट चर्च स्कूल सालीवाड़ा - दो करोड़ 67 लाख रुपये
2- लिटिल वल्ड स्कूल - 18 करोड़ 39 लाख रुपये
3 - स्टेम फील्ड - चार करोड़ 62 लाख रुपये
4 - ज्ञान गंगा आर्किड - चार करोड़ 56 लाख रुपये
5- चैतन्य टेक्नो - चार करोड़ 62 लाख रुपये
6- क्राइस्ट चर्च आइएससी - छह करोड़ 17 लाख रुपये
7- सेंट अलायसियस पोलीपाथर - नौ करोड़ 74 लाख रुपये
8- सेंट अलायसियस स्कूल सदर - 11 करोड़ 40 लाख रुपये
9- क्राइस चर्च डायसेशन - दो करोड़ 87 लाख रुपये
10- सेंट अलायसियस स्कूल रिमझा - नौ करोड़ 36 लाख रुपये
11- क्राइस्ट चर्च बॉयज स्कूल - छह करोड़ 90 लाख रुपये।
अभिभावकों की खुशी का ठिकाना नहीं-
स्कूल संचालकों की बदसलूकी से खून का घूंट पीकर रह जाने वाले अभिभावकों के लिए सोमवार का दिन किसी त्यौहार से कम नहीं था। सबने एक स्वर में जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया और आशा व्यक्त की, कि ये कार्रवाई रुकेगी नहीं। ये वही अभिभावक हैं, जो अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा की इच्छा पूरी करने के लिए इन्हीं स्कूल संचालकों हाथ जोड़कर खड़े रहते हैं। अब अभिभावकों को इंतजार है कि कब उनकी फीस वापिस की जाएगी अन्यथा वे फिर शिकायत करेंगे।
थाना माढ़ोताल में गिरफ्तार - श्रीराम इंदु रखया उम्र 39 निवासी 654 मार्बल सिटी हॉस्पिटल के बाजू में थाना ओमती
थाना ओमती में गिरफ्तार - बिशप अजय उमेश जेम्स उम्र 59 क्राइस्ट चर्च मिशन कंपाउंड नेपियर टाउन
थाना ओमती में गिरफ्तार - लूवी मेरी साठे उम्र 59 वर्ष गोलछा अपार्टमेंट साउथ सिविल लाइन
थाना ओमती में गिरफ्तार- एकता पीटर 45 वर्ष क्रिश्चियन कॉलोनी घमापुर
थाना ओमती में गिरफ्तार- अतुल इब्राहिम उम्र उम्र 49 वर्ष निवासी सीएमएस कंपाउंड बेलबाग
थाना ओमती में गिरफ्तार -- शाजी थॉमस उम्र उम्र 54 वर्ष ऑस्मो सिटी थाना गोरखपुर
थाना तिलवारा में गिरफ्तार - सुबोध नेमा उम्र 60 वर्ष निवासी रतन कॉलोनी थाना गढ़ा
थाना ग्वारीघाट में गिरफ्तार - सोमा जार्ज उम्र 45 वर्ष निवासी PP कॉलोनी ग्वारीघाट
थाना तिलवारा में गिरफ्तार-- परिधि भार्गव 62 वर्ष दत्त अपार्टमेंट होम साइंस कॉलेज के पास थाना मदन महल
थाना माढ़ो ताल में गिरफ्तार - अब्राहम ताज 60 वर्ष निवासी- चुंगी चौकी स्नेह सदन R.T.O ऑफिस के पास हाउस नंबर 599 साउथ सिविल लाइन जबलपुर
थाना भेड़ाघाट में गिरफ्तार- दीपाली तिवारी उम्र 50 वर्ष निवासी एसबीआई कॉलोनी गोरखपुर
विवेचना के दौरान पूछताछ करते हुए थाना प्रभारी बरेला
राधिका और चिल्ड्रन बुक डिपो पर पांच-पांच एफआईआर-
मनमाने रेट पर कॉपी किताबें बेचने वाले न्यू राधिक बुक डिपो के संचालक आलोक इन्दुरख्या और राम इन्दुरख्या व चिल्ड्रन बुक डिपो के संचालक सूर्यप्रकाश वर्मा और शशांक श्रीवास्तव पर पांच-पांच एफआईआर दर्ज की गई है। रा धिका बुक डिपो द्वारा क्राइस्ट चर्च सालीवाड़ा, स्टेमफील्ड, सेंट आलॉयसियस पोलीपाथर और सदर और क्राइस्ट चर्च जबलपुर डायसेशन स्कूलों पर दर्ज मामलों में आरोपी बनाया गया है। वहीं चिल्डन बुक डिपो के संचालकों को क्राइस्ट चर्च ब्वायज एंड गर्ल्स, सेंट अलॉयसियस पोलीपाथर और सदर, क्राइस्ट चर्च सीनियर सेकण्ड्री स्कूल सिविल लाइंस के मामले में आरोपी बनाया गया है।
पब्लिशर्स पर भी कसा शिकंजा-
इस मामले में एजुकेटर नॉलेज इंडिया प्रा.लि.और देव ज्योति बुक प्रा.लि. करनाल हरियाणा, एसटीसी पब्लि शिंग हॉऊस नोएडा, सृजन पब्लिशन प्रा.लि. दिल्ली, सनबीम प ब्लिकेशन, विद्यार्थी प्रकाशन, आईकोनिक पब्लिकेशन दिल्ली, एप्पली बुक चेन्नई, क्रिस्टन पब्लिकेशन आगरा, सोनी पब्लिकेशन पीवी टीएलटीडी करोल बाग, सोनिका पब्लिकेशन मायापुरी दिल्ली, स्कूल शॉप प्रा.लि., जय डिकास्टा मुंबई, देवज्योति बुक प्रा.लि. और सायफर इंडिया पब्लिशर प्रा.लि. हरियाणा, ओलीवर पब्लिकेशन एलएलपी इंदौर, एजुकेयर नॉलेज इंडिया प्रा.लि., देवज्योति बुक्स प्रा.लि. हरियाणा, एसटीसी पब्लिशिंग हाऊस दिल्ली, सोनी पब्लिकेशन पीवीटी एलटीडी करोल बाग, सोनिका पब्लिकेशन दिल्ली, मरीना पब्लिकेशन गाजियाबाद, किड्स लर्निंग प्रा.लि. नोएडा, सनबीम प ब्लिकेशन दिल्ली को आरोपी बनाया गया है।