सबको न्याय मिले, यही एकमात्र लक्ष्य:मलिमठ
एमपी हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त हुए मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने कहा कि मैंने ढ़ाई वर्ष पूर्व कामकाज संभाला था। उस समय से लेकर अब तक हाईकोर्ट की बेहतरी के लिए जो उचित लगा, वह किया।
विदाई समारोह में हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भावभीनी विदाई
एमपी हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त हुए मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने कहा कि मैंने ढ़ाई वर्ष पूर्व कामकाज संभाला था। उस समय से लेकर अब तक हाईकोर्ट की बेहतरी के लिए जो उचित लगा, वह किया। वे अपने विदाई समारोह के अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान अन्य न्यायाधीश मंचासीन रहे।
सेवानिवृत्त सीजे मलिमठ ने अपने कार्यकाल की स्मृतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि 2008 से हाईकोर्ट से संबंधित कई कार्य लंबित थे। पदभार संभालने के साथ ही एक-एक कर उन लंबित कार्यों को पूरा करने की दिशा में भरसक प्रयास किया। इसके अच्छे परिणाम भी सामने आए। यही वजह है कि अपने अब तक के कार्य से पूरी तरह संतुष्ट होकर सेवानिवृत्त हुआ हूं।
मुकदमों के निराकरण में अग्रणी-
सेवानिवृत्त सीजे मलिमठ ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि मप्र हाई कोर्ट मुकदमों के निराकरण में देश भर में अग्रणी है। अपने कार्यकाल में हाईकोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर के अलावा खंडपीठ इंदौर व ग्वालियर के नवीन भवनों के निर्माण की परियोजनाओं को गति दी। मप्र राज्य न्यायिक अकादमी के नए भवन का भी शिलान्यास कराया। सेवानिवृत्त सीजे मलिमठ ने भरोसा जताया कि विजन-2047 के अंतर्गत मेरे कार्यकाल में जो महत्वाकांक्षी न्यायिक-सुधार विषयक कदम उठाए गए, उनका प्रतिफल जीरो पेंडेंसी का स्वप्न साकार होने के रूप में भविष्य में देखने को मिलेगा। संसाधनों के बढ़ने के साथ रिक्त पद भरेंगे और अपेक्षाकृत सहज, सरल व सुलभ न्यायदान द्रुतगति से मिलने लगेगा। इससे पक्षकारों का भला होगा।
ये रहे मौजूद-
विदाई समारोह में राज्य की ओर से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह, केंद्र की ओर से डिप्टी सालिसिटर जनरल पुष्पेंद्र यादव, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर के नव निर्वाचित अध्यक्ष धन्य कुमार जैन, ग्वालियर बार अध्यक्ष, उप महाधिवक्ता अमित सेठ, अतिरिक्त महाधिवक्ता हरप्रीत रूपराह, अधिवक्ता आदित्य संघी, हाई कोर्ट बार के मुख्य चुनाव अधिकारी दिनेश उपाध्याय, अधिवक्ता आशीष श्रोती ने सेवानिवृत्त सीजे मलिमठ के व्यक्तित्व-कृतित्व को रेखांकित किया।