अरुणाचल में फिर कमल, सिक्किम में एसकेएम ने किया क्लीन स्वीप
लोकसभा चुनाव में मतगणना से पहले एक्जिट पोल से गदगद हुई भाजपा ने दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में अरुणाचल में जीत का परचम लहरा दिया है। वहीं सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) इस तरह क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है कि विपक्ष का ही सफाया हो गया।
लोकसभा चुनाव में मतगणना से पहले एक्जिट पोल से गदगद हुई भाजपा ने दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में अरुणाचल में जीत का परचम लहरा दिया है। वहीं सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) इस तरह क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है कि विपक्ष का ही सफाया हो गया। लोकसभा चुनाव के साथ ही अरुणाचल और सिक्किम में हुए विधानसभा चुनाव कराए गए थे। 60 सदस्यीय विधानसभा वाले अरुणाचल प्रदेश में चुनाव से पहले ही भाजपा के 10 प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए थे। शेष 50 सीटों पर वोटिंग हुई थी। सभी 50 सीटों के रुझान मिल गए हैं। दोपहर 2 बजे तक 45 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है, जबकि एनपीपी 4 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे चल रही है।
एकमात्र सीट पर आगे कांग्रेस उम्मीदवार-
अरुणाचल प्रदेश की बामेंग विधानसभा सीट ही राज्य की इकलौती सीट है, जिस पर कांग्रेस उम्मीदवार कुमार वाई आगे चल रहे हैं। हालांकि भाजपा उम्मीदवार दोबा लामनियो भी बहुत पीछे नहीं है और दोनों के बीच महज 317 वोटों का ही अंतर है।
सिक्किम में बिना विपक्ष की सरकार-
सिक्किम में मौजूदा सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है। 32 विधानसभा सदस्य वाले सिक्किम में अब तक 30 सीटों के रुझान सामने आए हैं। इनमें एसकेएम 29 सीटों पर, जबकि 1 सीट पर एसडीएफ का प्रत्याशी आगे चल रहा है। दोनों ही राज्यों में मौजूदा सरकार सत्ता बचाने में कामयाब रही। कुल मिलाकर सिक्किम में एसकेएम ने कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के सूपड़े साफ कर दिए हैं। सिक्किम में सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांति मोर्चा (एसकेएम) राज्य की 32 में से 31 सीटों पर बढ़त बनाए हुए। सिर्फ एक सीट पर एसडीएफ प्रत्याशी आगे है। रुझान परिणाम में बदलते हैं और एसडीएफ प्रत्याशी भी हारते हैं तो सिक्किम विधानसभा में विपक्ष का एक भी सदस्य नहीं होगा और बिना विपक्ष के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तवांग अपनी सरकार चलाएंगे।