बिना ओटीपी के ही खातों से निकाल लिए लाखों रुपए
बिना ओटीपी के ही बैंक खाता खाली कर दिया गया। इंदौर, पंजाब, गुजरात और तेलंगाना के व्यापारियों के करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला हर किसी के लिए चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि इस बार बैंककर्मियों ने ही इस फ्रॉड को किया है।

साइबर फ्रॉड थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जब-जब साइबर फ्रॉड को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है। उसके बाद एक नया तरीका साइबर फ्रॉड का सामने आ जाता है। ऐसे में लोग अपने खाते में रखे रुपयों की सुरक्षा कैसे करें। जिस बैंक को लोग अपने रुपए और जेवर रखने के लिए सबसे सुरक्षित स्थान मानते हैं। अगर वहीं के लोग उनके साथ बेईमानी करने लग जाए तो फिर आम जनता क्या करें। क्या हर बार ठग का शिकार होती रही।
इस बार एक और चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर बिना ओटीपी के ही बैंक खाता खाली कर दिया गया। इंदौर, पंजाब, गुजरात और तेलंगाना के व्यापारियों के करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला हर किसी के लिए चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि इस बार बैंककर्मियों ने ही इस फ्रॉड को किया है।
आपको बता दें कि आइसीआइसीआइ बैंक के रिलेशनशिप मैनेजरों ने बैंकिंग एप का इस्तेमाल कर चार राज्यों के व्यापारियों के करंट अकाउंट खाली कर दिए। इस मामले में इंदौर विजयनगर पुलिस ने करोड़ों की हेराफेरी करने वाले जीजा-साले के साथ 6 अन्य आरोपियों को पकड़ा है।
पासवर्ड और ओटीपी को किया चोरी
इस मामले की जांच में सामने आया है कि बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर द्वारा बैंक के विभिन्न शहरों के कस्टमर की समस्याओं का निवारण करता था। बैंक के आइ व्यू सॉफ्टवेयर से वह कस्टमर के खाते में हुए ट्रांजेक्शन और पासवर्ड रिसेट ओटीपी भी देख सकता था। इस काम को करने के लिए पहले बड़े लेन-देन वाले खातों का चयन किया। फिर उनसे एक लाख निकाले। उससे लोन चुकाया और फिर लालच बढ़ने पर साथी रिलेशनशिप मैनेजर अभिषेक और मनासा में पदस्थ अपने जीजा स्टेनली को शामिल कर लिया।