जापान में हंसना किया गया अनिवार्य, हंसने से सेहत को है लाभ

लोगों की खुशियों में इतनी कमी आई है कि अब एक दिन में अनिवार्य रूप से हंसने जैसे नियम लागू करने की नौबत आ गई है। जी हां हंसने के लिए कानून लाया गया है। दरअसल हाल ही में उत्तरी जापान के यामागाटा प्रान्त में इस तरह का एक कानून बनाया गया है।

Jul 23, 2024 - 14:23
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जापान में हंसना किया गया अनिवार्य, हंसने से सेहत को है लाभ
Laughing has been made compulsory in Japan laughing is beneficial for health

हंसना सेहत के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को इन दिनों हंसने से ही परहेज हो रहा है। इतने तनाव में हंसना जैसे छुट्टियों में बाहर घूमने जाने की तरह हो गया है जिसे हम एंजॉय तो करना चाहते हैं, लेकिन जाने के लिए छुट्टी ही नहीं होती। इसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। लोगों की खुशियों में इतनी कमी आई है कि अब एक दिन में अनिवार्य रूप से हंसने जैसे नियम लागू करने की नौबत आ गई है। जी हां हंसने के लिए कानून लाया गया है। दरअसल हाल ही में उत्तरी जापान के यामागाटा प्रान्त में इस तरह का एक कानून बनाया गया है। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है यह कानून और क्यों इसे बनाया गया है। 

हंसने से एनर्जी रहती है बरकरार, तनाव होता है बाहर 

जापान के यामागाटा राज्य में बने नए लाफ्टर रूल के हिसाब से अब यहां के रहवासियों के लिए दिन में एक बार हंसना अनिवार्य किया गया है। इस कानून में बताया गया है कि यामागाटा के रहवासी इस कानून के माध्यम से हंसी से होने वाले स्वास्थ्य लाभ को अच्छे से पहचान पाएंगे और दिन में एक बार हंसकर अपने मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूत कर सकेंगे। इस कानून के चलते राज्य के सभी कार्यस्थलों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां हंसी से भरपूर माहौल तैयार करें। साथ ही हर महीने की 8 तारीख को लाफ्टर डे मनाने का भी निर्णय लिया जाएगा। लाफ्टर डे मनाने का यह नया रूल हाल ही में लागू किया गया है। 

रिसर्च के बाद मिले साकारात्मक परिणाम 

इस कानून को बनाने के पीछे स्थानीय सरकार का उद्देश्य लोगों की सेहत और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखना है। दरअसल यह कानून साल 2019-20 में यामागाटा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई एक स्टडी पर आधारित है। इस स्टडी में निकल कर आया था कि हंसने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इस स्टडी के अनुसार ऐसे लोग जो हफ्ते में कम से कम एक बार जरूर हंसते हैं, उन्हें ह्दय से संबंधि समस्याएं महीने में एक बार या उससे कम बार हंसने वाले लोगों की तुलना में कम होती हैं। इस स्टडी में साइलेंट हंसी को हंसी के रूप में नहीं गिना गया, बल्कि जोर से हंसने को ही हंसी की संज्ञा दी है। स्टडी करने वाले एक अधिकारी कहते हैं कि स्टडी में हमने पाया है कि अगर हम हंसने की दर बढ़ा देते हैं तो ह्दय से संबंधि बीमारियां कम होती हैं और उम्र बढ़ती है। हंसी की वजह से जीवन में विश्वास, साकारात्मक एटिट्यूड और खुलापन आता है। इस स्टडी में 40 से ज्यादा की उम्र वाले 17 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। 

किसी को हंसने के लिए नहीं किया जा सकता बाध्य 

हालांकि विरोधी पार्टी के लोग इस कानून को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन बता रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ लोग किसी तरह की बीमारी की वजह से रोजाना नहीं हंस सकते हैं। लेकिन सरकार का कहना है कि इस कानून के माध्यम से हम किसी को हंसने के लिए बाध्य नहीं कर रहे हैं। हमारा प्रयास तो यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग हंसी से होने वाले स्वास्थ्य लाभ लें। 

ये है जापान के चर्चित अजीबोगरीब कानून 

- जापान में नोटों को खराब करने पर साल भर की जेल हो सकती है। 
- घर के कचरे को निर्धारित दिन के अलावा बाहर निकालने पर लगता है जुर्माना। 
- साल 2014 तक बार क्लब में डांस करना बैन था।